ट्विटर पर ट्रेंड हुआ #मोदीजी_शिक्षामित्र_याद_है, जानें प्रधानमंत्री क्यों हो रहे हैं आलोचनाओं के शिकार
By पल्लवी कुमारी | Published: December 4, 2019 11:23 AM2019-12-04T11:23:05+5:302019-12-04T11:23:05+5:30
#मोदीजी_शिक्षामित्र_याद_है के साथ ट्वीट कर रहे लोगों का कहना है कि पीएम नरेंद्र मोदी ने चुनाव में वोट मांगने के लिए जुमलेबाजी की और जब उनका काम बन गया तो जो उन्होंने भरोसा दिलाया था, उसके बारे में वह भूल गए हैं।
ट्विटर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर #मोदीजी_शिक्षामित्र_याद_है ट्रेंड हो रहा है। इस ट्रेंड के साथ पीएम मोदी की जमकर आलोचना की जा रही है। इस ट्रेंड के साथ पीएम मोदी का एक बयान खूब शेयर किया जा रहा है। एक अखबार के स्क्रीनशॉट को वायरल कर दावा किया जा रहा है कि पीएम मोदी ने अपने एक बयान में कहा था- ''शिक्षामित्र आत्महत्या न करें, हल निकालेंगे।'' अखबार के स्क्रीनशॉट से पता चल रहा है कि पीएम मोदी ये यह बयान अपने संसदीय क्षेत्र बनारस में दिया था। दावा किया जा रहा है की पीएम मोदी ने यह बयान लोकसभा चुनाव-2019 के पहले चुनावी सभा के दौरान बनारस में दिया था।
हल निकालेंगे भी और चलायेंगे भी
— Rajesh Mukarjee (@Rajeshmukarjee8) December 4, 2019
लेकिन जब बिपक्ष मै रहेंगे तब #मोदीजी_शिक्षामित्र_याद_हैpic.twitter.com/tdt4SFXtBc
एक ट्विटर यूजर ने लिखा है, चुनाव से पहले भाजपा सरकार ने शिक्षा मित्रों को स्थाई कारने का वादा किया था। अब ये लोग अपना वादा भूल चुके हैं और हर रोज कोई ना कोई शिक्षा मित्र अपनी जान दे रहा है।''
चुनाव से पहले भाजपा सरकार ने शिक्षा मित्रों को स्थाई कारने का वादा किया था।अब ये लोग अपना वादा भूल चुके है और हर रोज़ कोई ना कोई शिक्षा मित्र अपनी जान दे रहा है। क्या #मोदीजी_शिक्षामित्र_याद_है उन्हें इनका हक़ दीजिए।
— Shyam Yadav (@yadavshyamSP) December 4, 2019
एक यूजर ने लिखा, प्रधानमंत्री मोदी जी 2014 और 2017 के चुनावों मे खुले मंच से अपने संकल्प पत्र में शिक्षामित्रों का स्थायी समाधान करने का संकल्प लिया था। क्या आप इस पर भी अपना ध्यान केंद्रित करेंगे या चुनावीवादा करके भूल गए हैं।
प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी 2014 और 2017 के चुनावों मे खुले मंच से अपने संकल्प पत्र में शिक्षामित्रों का स्थायी समाधान करने का संकल्प लिया था।
— Shyam Prakash (@ShyamPrakash_) December 4, 2019
क्या आप इस पर भी अपना ध्यान केंद्रित करेंगे या चुनावीवादा करके भूल गए
जय हिंद#मोदीजी_शिक्षामित्र_याद_हैpic.twitter.com/JT9bECOa4m
मोदी जी आपकी याददास्त कमजोर हो गयी है #मोदीजी_शिक्षामित्र_याद_है
— Vijay Lakshami (@vijay_lakshami) December 4, 2019
एक यूजर ने कहा, 'हे ईश्वर कैसा राजा इस देश व प्रदेश का जिसकी संवेदना मर गई है। क्रूर सरकार की क्रूरता ने 700 से ज्यादा निर्दोष शिक्षामित्रों को आत्महत्या करने के लिए मजबूर किया ये एक संयोजित हत्या है मोदी और योगी के द्वारा।'
हे ईश्वर कैसा राजा इस देश व प्रदेश का जिसकी संवेदना मर गयी है
— Sonam Singh (@sonamSi93) December 4, 2019
क्रूर सरकार की क्रूरता ने 700 से ज्यादा निर्दोष शिक्षामित्रों को आत्महत्या करने के लिए मजबूर किया ये एक संयोजित हत्या है मोदी और योगी के द्वारा।।@SpArajesh#मोदीजी_शिक्षामित्र_याद_हैpic.twitter.com/H9zIrXPhST
BJP सरकार में लगातार हो रही शिक्षामित्रों की मौत सामधान तक करने को तैयार नही
— Shyam Prakash (@ShyamPrakash_) December 4, 2019
मोदी जी कह रहे है चुनावी वादे जनता के साथ धोका देने के लिए थे
4साल होने को हैं फिर भी सामधान नही#मोदीजी_शिक्षामित्र_याद_हैpic.twitter.com/eMEq2oThLJ
योगी सरकार का बड़ा फैसला,अब शिक्षक बनने के लिए ग्रेजुएशन मे 50%लाना अनिवार्य।
— Capt.Suryasen Yadav (@PilotSuryasen) December 4, 2019
रोजगार तो दे नही रहे और अब शिक्षक बनने के लिए भी ग्रेजुएशन मे 50%अनिवार्य। पहले शिक्षामित्रों को तो स्थाई कर दो।
और चुनाव लडने के लिए भी शैक्षणिक योग्यता अनिवार्य कर दो।#मोदीजी_शिक्षामित्र_याद_है ??
हल निकालेंगे भी और चलायेंगे भी
— drx santosh Yadav (@Drxsantoshsp) December 4, 2019
लेकिन जब बिपक्ष मै रहेंगे तब #मोदीजी_शिक्षामित्र_याद_हैpic.twitter.com/tVh0fWV0GL
बता दें कि अक्टूबर 2019 में यूपी के कन्नौज जिले में बीएलओ द्वारा जबरन ड्यूटी लगाए जाने पर शिक्षामित्र ने आत्महत्या कर ली थी। घर में शिक्षामित्र का शव फंदे से लटका मिला था। इस घटना के बाद भी सीएम योगी और पीएम मोदी की काफी आलोचना हुई थी।