'ऐसे अमानुष को काला पानी देना चाहिए', सीएम योगी का वीडियो शेयर कर पप्पू यादव ने बताया ढोंगी
By रोहित कुमार पोरवाल | Published: December 25, 2019 04:54 PM2019-12-25T16:54:47+5:302019-12-25T16:55:21+5:30
पप्पू यादव ने सीएम योगी के लिए ढोंगी और अमानुष जैसे कठोर शब्दों का इस्तेमाल अपने ट्वीट में किया। उन्होंने ट्वीट में लिखा, ''इस ढोंगी को एक मिनट पद पर रहने का हक है क्या? क्या चुनाव आयोग का अंतिम संस्कार हो चुका है...?''
जन अधिकार पार्टी अध्यक्ष और पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भाषण वाला एक वीडियो अपने आधिकारिक हैंडल से ट्वीट करते हुए उन पर निशाना साधा है।
पप्पू यादव ने सीएम योगी के लिए ढोंगी और अमानुष जैसे कठोर शब्दों का इस्तेमाल अपने ट्वीट में किया। पप्पू यादव ने ट्वीट में लिखा, ''इस ढोंगी को एक मिनट पद पर रहने का हक है क्या? क्या चुनाव आयोग का अंतिम संस्कार हो चुका है? क्या कोई सीएम चुनाव प्रचार में कह सकता है कि कोई इरफान अंसारी जीतेगा तो मंदिर तो नहीं ही बनाएगा न! जनता ने 35 हजार से इरफान को जिताकर करारा तमाचा मारा। ऐसे अमानुष को काला पानी देना चाहिए।''
इस ढोंगी को एक मिनट पद पर रहने का हक़ है क्या? क्या चुनाव आयोग का अंतिम संस्कार हो चुका है? क्या कोई CM चुनाव प्रचार में कह सकता है कि कोई इरफ़ान अंसारी जीतेगा तो मंदिर तो नहीं ही बनाएगा न!
— Sewak Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) December 24, 2019
जनता ने 35 हज़ार से इरफान को जीताकर करारा तमाचा मारा।ऐसे अमानुष को काला पानी देना चाहिए। pic.twitter.com/jRbYlTi0zj
पप्पू यादव ने करीब आधा मिनट का योगी आदित्यनाथ का जो वीडियो ट्वीट किया है, उसमें यूपी के सीएम कहते सुनाई दे रहे हैं, ''आप सोचिए, कांग्रेस इस समस्या का समाधान चाहती ही नहीं थी.. और आप ऐसे भी जान सकते हैं.. कोई इरफान अंसारी जीतेगा तो मंदिर तो नहीं ही बनाएगा न.. उनके लिए तो कोई बीरेंद्र मंडल चाहिए न..।''
पप्पू यादव के इस ट्वीट को लेकर यूजर्स की मिली-जुली प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। कुछ यूजर्स पप्पू यादव को ही ट्रोल कर रहे हैं तो कुछ सीएम योगी को भला-बुरा कह रहे हैं। कुछ यूजर्स, जिन्होंने संतुलित भाषा का इस्तेमाल करते हुए चुटकी ली, उनकी प्रतिक्रियाएं इस प्रकार हैं-
विपक्ष के लिए यह इंसान वरदान है जहां भी जाता विपक्ष कि जीत और बड़ी हो जाती ।
— Ujjwal Kushwaha (@Ujjwal49983142) December 24, 2019
नफ़रत कि राजनीति नहीं करेंगे तो अपनी राजनीति कैसे चमकाएगा यह ।
— Ujjwal Kushwaha (@Ujjwal49983142) December 24, 2019
70 साल के इतिहास में पहली बार एक निर्दलीय ने मुख्यमंत्री को हरा दिया
— Krishna Baldev Pandey (@baldev_krishna) December 24, 2019
56इंची
गरीब से पापी पेट और नेता से पापी मन क्या क्या नहीं करवाता और कहलवाता. दोनों बेचारे भूखे हैं. एक को अन्न की भूख सताती है और दूसरे के सत्ता की भूख.
— Pipalkoti (@Pipalkoti) December 24, 2019
ये साप्रदायिकता फैलाकर सियासत की रोटी सकते है
— Javed khan mayur (@javedkh79296811) December 24, 2019
आप कितने सही हो
— Aditya Pandey (@AdityaP10507839) December 24, 2019