'कड़वा सच, RSS के कट्टर समर्थकों ने भारत पर कब्जा कर लिया है', पाकिस्तानी मंत्री फवाद हुसैन का ट्वीट चर्चा में, जवाब मिला-'TLP ने पूरे पाकिस्तान...'
By पल्लवी कुमारी | Published: January 23, 2020 12:41 PM2020-01-23T12:41:57+5:302020-01-23T12:41:57+5:30
ऐसा पहली बार नहीं है जब पाकिस्ता के मंत्री फवाद हुसैन ने संघ और बीजेपी को लेकर विवादित बयान दिया हो। फवाद हुसैन ने पहले भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर एक शर्मनाक ट्वीट किया था। इसके अलावा चंद्रयान लैंडर विक्रम को लेकर भी फवाद हुसैन ने विवादित ट्वीट किया था।
पाकिस्तान के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री फवाद हुसैन ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) को लेकर एक विवादित ट्वीट किया है। अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल से मंत्री फवाद हुसैन ने लिखा है, ''कड़वा सच है कि RSS के कट्टर समर्थकों ने भारत पर कब्जा कर लिया है। मुझे उम्मीद है कि हर प्रगतिशील भारतीय इसे समझेगा और शेयर करेगा।'' इस ट्वीट के साथ मंत्री फवाद हुसैन ने बॉलीवुड भारतीय अभिनेता नसीरुद्दीन शाह के उस बयान वाली खबर को रिट्वीट किया है, जिसमें नसीरुद्दीन शाह ने कहा है- '70 साल बाद मुझे यह एहसास हुआ है कि मैं इस देश में बतौर मुस्लिम नहीं रह सकता हूं।'
Bitter truth is extremIsts of #RSS have taken over India I hope every progressive Indian ll share the grief https://t.co/KrameipyVs
— Ch Fawad Hussain (@fawadchaudhry) January 22, 2020
फवाद हुसैन के इस ट्वीट पर एक यूजर तारिक इरफान ने लिखा है, 'कड़वा सच है कि #TLP ने पाकिस्तान पर कब्जा कर लिया है। आशा है कि पाकिस्तान का प्रगतिशील नागरिक इसे शेयर करेगा और समझेगा।'
Difference btw Indian extremists and Pak is that people of Pak rejected extremists in every election whereas, in India not only they mainstreamed extremism but elected them to power. https://t.co/IJadC0SchK
— Ch Fawad Hussain (@fawadchaudhry) January 22, 2020
इस ट्वीट का रिप्लाई करते हुए मंत्री फवाद हुसैन ने लिखा,'भारतीय चरमपंथी और पाक के चरमपंथियों के बीच यही अंतर है कि पाकिस्तान के लोगों ने हर चुनाव में चरमपंथियों को खारिज किया है।' बता दें कि TLP का मतलब है तहरीक-ए-लब्बैक, जो पाकिस्तान का एक कट्टरपंथी संगठन है।
नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर अभिनेता नसीरुद्दीन शाह का कहना है कि वह चिंतित नहीं, बल्कि नाराज हैं। उन्होंने कहा कि वह कई अन्य भारतीयों की तरह जन्म प्रमाण पत्र नहीं दिखा सकते। उन्होंने सवाल खड़ा किया कि क्या 70 साल से यहां रहना उनके नागरिक होने के प्रमाण के लिए काफी नहीं है। अभिनेता ने जोर देकर कहा कि वह एक मुस्लिम के तौर पर नहीं, बल्कि एक चिंतित नागरिक के तौर पर बोल रहे हैं। अभिनेता कहा कि उन्होंने सामाजिक और शैक्षणिक क्षेत्रों में देश के लिए योगदान दिया है और उनके परिवार की पांच पीढ़ियां इसी जमीन में दफन हैं।
अभिनेता ने कहा, ‘‘अगर 70 साल तक यहां रहना मुझे भारतीय साबित नहीं करता है, तो मुझे नहीं पता कि इसका क्या मतलब है। मैं भयभीत नहीं हूं, मैं चिंतित नहीं हूं, मैं नाराज हूं कि इस तरह का कानून हम पर थोपा गया है।’’