शहीद रणजीत सिंह के अंतिम संस्कार से पहले पत्नी ने बेटी को दिया जन्म, कहा- चाहती हूं पिता की तरह देश की सेवा करे
By भारती द्विवेदी | Published: October 24, 2018 09:03 AM2018-10-24T09:03:34+5:302018-10-24T09:03:34+5:30
सीमू देवी ने अपनी नवजात के साथ पति के अंतिम संस्कार में शामिल होने की इच्छा जाहिर की, जिसके बाद उन्हें नवजात के साथ शमशान घाट ले जाया गया।
नई दिल्ली, 24 अक्टूबर: बीते रविवार जम्मू कश्मीर के राजौरी जिले के सुंदरबनी सेक्टर में जवानों और घुसपैठियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। उस मुठभेड़ में तीन जवान शहीद हो गए थे। उन तीन शहीद जवानों में रामबन जिले के लांस नायक रणजीत सिंह भी शामिल थे। मंगलवार को उनके अंतिम संस्कार से कुछ ही घंटे पहले उनकी पत्नी ने एक बच्ची को जन्म दिया है। खबर के मुताबिक शहीद रणजीत सिंह और उनकी पत्नी सीमू देवी की ये पहली संतान है, जो कि शादी के दस साल बाद हुई है।
बच्ची की जन्म के बाद सीमू देवी ने मीडिया से बात करते हुए कहा- 'मैं चाहती हूं कि मेरी बेटी भी इंडियन आर्मी में शामिल हो और पिता की तरह ही देश की सेवा करे।'
#JammuAndKashmir: A day after soldier Ranjit Singh Bhutyal lost his life in an attack by Pakistan intruders, his wife Shimpu Devi gave birth to a baby girl in Ramban. She says "I wish my daughter too joins the Indian army and serves the nation like her father." pic.twitter.com/uHKjP63zJ4
— ANI (@ANI) October 23, 2018
बता दें कि, रविवार को मुठभेड़ में शहीद होने के बाद सोमवार की देर शाम रणजीत सिंह का शव उनके पैतृक गांव सुलीगाम लाया गया। बहुत देर हो जाने के कारण परिवार ने अंतिम संस्कार का अगले दिन करने का फैसला किया। आधी रात को शहीद की गर्भवती पत्नी को लेबर पेन शुरू हो गया, जिसके बाद उन्हें पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया। मंगलवार की सुबह लगभग पांच बजे उन्होंने एक बच्ची को जन्म दिया।
खबर के मुताबिक, सीमू देवी ने अपनी नवजात के साथ पति के अंतिम संस्कार में शामिल होने की इच्छा जाहिर की, जिसके बाद उन्हें नवजात के साथ शमशान घाट ले जाया गया। रणजीत सिंह साल 2003 में सेना में शामिल हुए थे और दस साल से अपने घर में किलकारियां गूंजने का इतंजार कर रहे थे। उन्होंने डिलीवरी के अंतिम दिनों में अपनी पत्नी के साथ होने की योजना भी बनाई थी लेकिन उससे पहले ही वो दुश्मनों के नापाक इरादे का शिकार हो गए।