कुमार विश्वास ने प्रज्ञा के गोडसे वाले बयान को लेकर कांग्रेस पर कसा तंज, कहा- 'गांधी विरोधी दिवालियेपन के पीछे कांग्रेस का भी ऐतिहासिक कुकर्म है'
By पल्लवी कुमारी | Published: November 28, 2019 01:52 PM2019-11-28T13:52:19+5:302019-11-28T13:52:19+5:30
मध्य प्रदेश की प्रज्ञा सिंह ठाकुर मालेगांव ब्लास्ट और आरएसएस प्रचारक सुनील जोशी हत्याकांड के बाद चर्चा में आईं। प्रज्ञा ठाकुर मालेगांव धमाके की आरोपी के तौर पर करीब 9 साल जेल में रहीं और फिर जमानत पर बाहर आईं।
मध्य प्रदेश के भोपाल से बीजेपी सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर द्वारा संसद में महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को 'देशभक्त' बताने को लेकर विवाद छिड़ गया है। इसी विवाद के तहत आम आदमी पार्टी(आप) के पूर्व नेता और कवि कुमार विश्वास ने ट्वीट किया है। उन्होंने अपने ट्वीट में प्रज्ञा ठाकुर की आलोचना के साथ कांग्रेस पर भी तंज कसा है। कुमार विश्वास ने कहा है कि पूरी एक पीढ़ी को महात्मा गांधी होने के महत्व से अनभिज्ञ रखने वाले भी अपराधी हैं।
कुमार विश्वास ने ट्वीट कर लिखा, ''एक हत्यारे के महिमामंडन पर देश खफा हैं पर इस गांधी विरोधी अनपढ़ मानसिक दिवालियेपन के पीछे कांग्रेस के दशकों पुराने वे ऐतिहासिक कुकर्म भी है जिसमें उन्होंने पूरा समय अपने “गांधियों” के गुणगान में जाया कर दिय। पूरी एक पीढ़ी गांधी होने के महत्व से अनभिज्ञ रखने वाले भी अपराधी हैं।
संसद में प्रज्ञा ने नाथूराम गोडसे को बताया देशभक्त
बुधवार (27 नवंबर) को लोकसभा में डीएमके सांसद ए. राजा ने एसपीजी संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान प्रज्ञा सिंह ने यह टिप्पणी की। सांसद ए. राजा अदालत के समक्ष नाथूराम गोडसे द्वारा दिये गए उस बयान को उद्धृत कर रहे थे कि उसने महात्मा गांधी को क्यों मारा? ए. राजा गोडसे का अदालत में दिया बयान पढ़ ही रहे थे कि हस्तक्षेप करते हुए प्रज्ञा ने गोडसे को देशभक्त बताया था।
ठाकुर की टिप्पणी को लेकर विपक्षी सदस्यों द्वारा विरोध जताए जाने के बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि एसपीजी (संशोधन) विधेयक पर चर्चा के दौरान सिर्फ द्रमुक नेता का बयान ही रिकॉर्ड में जाएगा। लोकसभा सचिवालय ने बाद में एक आधिकारिक बयान जारी कर कहा कि ठाकुर की टिप्पणी “दर्ज नहीं की गई है।”
लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान भी गोडसे को देशभक्त करार दिया था
लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान ठाकुर ने गोडसे को देशभक्त करार दिया था जिसकी वजह से बड़ा राजनीतिक विवाद मचा था। बाद में उन्होंने अपने बयान के लिये माफी मांग ली थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हालांकि कहा था, “गांधीजी या नाथूराम गोडसे के बारे में टिप्पणी बेहद खराब और समाज के लिये बेहद गलत थी....उन्होंने माफी मांग ली है लेकिन मैं उन्हें कभी भी मन से माफ नहीं कर पाउंगा।”