ट्विटर पर ट्रेंड हुआ #JusticeforKeralagirls, CPI(M) नेता पर बच्ची से रेप और हत्या के आरोप, जानें पूरा मामला
By विनीत कुमार | Published: July 12, 2021 04:17 PM2021-07-12T16:17:35+5:302021-07-12T16:28:29+5:30
माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर सोमवार को केरल का एक मुद्दा ट्रेंड करता रहा। केरल की लड़कियों के लिए न्याय की मांग के साथ ये कई घंटों पर ट्रेंडिंग में शीर्ष-10 में शामिल रहा।
ट्विटर पर सोमवार को #JusticeforKeralagirls ट्रेंड करता रहा। इस दौरान कई यूजर्स केरल में सत्ताधारी पार्टी सीपीआई (एम) सहित शासन व्यवस्था पर सवाल उठाते नजर आए। साथ ही यूजर्स हाल में केरल में 6 साल की बच्ची के साथ रेप और फिर उसकी हत्या को लेकर भी न्याय की मांग की। इसके अलावा कई यूजर्स ने दावा किया हाल के दिनों में महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़े हैं।
वहीं, 6 साल की बच्ची के साथ रेप और हत्या के मामले में जो शख्स पकड़ा गया है, वह सीपीआई (एम) से जुड़ा है। ऐसे में पूरे मामले ने सियासी रंग भी ले लिया है। पकड़ा गया शख्स सीपीआई (एम) के यूथ विंग का नेता है। इस मामले पर अनुप कुमार नाम के एक यूजर ने लिखा- कम्यूनिस्ट शासन में केरल महिलाओं और बच्चों के लिए सबसे असुरक्षित राज्य बन गया है। वहीं कई और यूजर्स भी ऐसी टिप्पणी करते नजर आए।
Cases are dragging beyond tolerance. Criminals are protected by establishment. Investigations are blotched up. Victims are going through agonizing experiences. How safe are our children in 'Gods Own Country'? #JusticeforKeralaGirls
— Prasanth Sivan (@PrasanthSbjp) July 12, 2021
Kerala Girls too need justice. Simmering anger boils up on social media. #JusticeforKeralagirls trending... pic.twitter.com/5QQer6jqlI
— J Nandakumar (@kumarnandaj) July 12, 2021
केरल में लड़कियों के लिए न्याय की क्यों उठ रही माांग
ताजा मामला 6 साल की बच्ची से जुड़ा है। केरल के इडुक्की जिले में एक लड़की के साथ कथित तौर पर कई बार बलात्कार किया गया और फिर उसकी हत्या की गई। बच्ची का शव पिछले हफ्ते उसके माता-पिता के क्वॉर्टर पर लटका हुआ मिला था।
टाइम्स नाउ की रिपोर्ट के अनुसार जांच में ये बात सामने आई कि आरोपी बच्ची को मिठाई खिलाने का लालच देता और उसके साथ रेप करता। ये सबकुछ करीब तीन साल चला।
इस घटना में आरोपी को पकड़ लिया गया है पर जब पुलिस ने 21 साल के इस शख्स को घटनास्थल पर अन्य सबूत जुटाने के लिए ले गई तो गांव वालों ने नारे लगाए और शख्स के साथ मारपीट की कोशिश की। इस बीच गांव वालों की झड़प पुलिस से भी हुई।
इस मामले में ये भी बात सामने आई कि स्थानीय विधायक वजूर सोमन ने पुलिस से बच्ची के शव का पोस्टमार्टम नहीं कराने को कहा था। पुलिस ने हालांकि इसके बाद भी पोस्टमार्टम करवाया और इसमें रेप की पुष्टि हुई। अब विधायक इस मामले में हस्तक्षेप करने के आरोपों से इनकार कर रहे हैं।