दिल्ली हिंसा: हर तरफ कपिल मिश्रा की चर्चा, पढ़ें आप से लेकर बीजेपी तक उनका राजनीतिक सफर
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 25, 2020 05:36 PM2020-02-25T17:36:32+5:302020-02-25T17:36:32+5:30
बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 में मॉडल टाउन से चुनाव लड़ा था. यहां उन्हें अखिलेश पति त्रिपाठी के हाथों हार का सामना करना पड़ा.
दिल्ली चुनाव खत्म होने के बाद भी बीजेपी नेता कपिल मिश्रा लगातार चर्चा में है। इस बार उत्तर-पूर्वी दिल्ली में भड़की हिंसा के चलते कपिल मिश्रा सोशल मीडिया में बहस का केंद्र हैं। विवादित भाषणों और ट्विट्स के लिए चर्चित हो चुके कपिल मिश्रा पर विपक्षियों के अलावा उनकी ही पार्टी के नेता सवाल उठा रहे हैं। पूर्वी दिल्ली से सांसद और बीजेपी नेता गौतम गंभीर ने भी भड़काऊ भाषण देने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। मंगलवार (25 फरवरी) को मीडिया से बातचीत में नई दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर हुई हिंसा की निंदा करते हुए गौतम गंभीर ने कहा, चाहे कपिल मिश्रा हो या कोई और भड़काऊ भाषण देने वाले पार्टी के हर सदस्य के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।
आम आदमी पार्टी से शुरू हुआ राजनीतिक सफर
दिल्ली विधासभा चुनाव 2015 में कपिल मिश्रा करावल नगर ने जीत दर्ज की थी। उन्होंने आम आदमी पार्टी के टिकट पर बीजेपी के वरिष्ठ विधायक रहे मोहन सिंह बिष्ट को करीब 44 हजार मतों से पराजित किया। मोहन सिंह बिष्ट बीजेपी से चार बार विधायक रह चुके हैं। आम आदमी पार्टी ने कपिल मिश्रा को बड़ी जीत का इनाम भी दिया। केजरीवाल सरकार में कपिल मिश्रा कैबिनेट मंत्री बने।
2017 में दिया केजरीवाल कैबिनेट से इस्तीफा
अपनी ही पार्टी और सरकार से मतभेदों के चलते कपिल मिश्रा ने 2017 में कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया। हालांकि कपिल मिश्रा ने विधायक पद से इस्तीफा नहीं दिया। दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष ने कपिल मिश्रा को अयोग्य ठहराया था।
विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी ज्वाइन की
कपिल मिश्रा की मां अन्नपूर्णा मिश्रा पूर्वी दिल्ली की मेयर रह चुकी हैं। वह भारतीय जनता पार्टी की सक्रिय सदस्य हैं। लोकसभा चुनाव 2019 में कपिल मिश्रा ने खुलकर भारतीय जनता पार्टी का प्रचार किया था। तभी से कयास लगाए जा रहे थे वह जल्द ही बीजेपी ज्वाइन कर सकते हैं।
बीजेपी के टिकट पर मॉडल टाउन से हारे
कपिल मिश्रा दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 के दौरान भी विवादित भाषणों के चलते चर्चा में रहे थे। चुनाव आयोग ने कपिल मिश्रा पर 48 घंटे का प्रतिबंध भी लगाया था। बीजेपी नेता कपिल मिश्रा को मॉडल टाउन से हार का सामना करना पड़ा। ‘गोली मारो...’ का नारा और ‘हिंदुस्तान बनाम पाकिस्तान’ संबंधी बयान देने वाले मिश्रा को आम आदमी पार्टी के निवर्तमान विधायक अखिलेशपति त्रिपाठी ने पराजित किया।