थाने में छेड़खानी की रिपोर्ट लिखवाने गई लड़की के साथ यूपी पुलिस ने किया दुर्व्यवहार, वायरल वीडियो को प्रियंका गांधी ने शेयर कर सुनाई खरी-खोटी
By भाषा | Published: July 26, 2019 03:21 AM2019-07-26T03:21:51+5:302019-07-26T03:21:51+5:30
पुलिस अधीक्षक दक्षिण रवीना त्यागी ने बताया कि हेड कांस्टेबल तार बाबू के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिये गये हैं और उसे पुलिस लाइन भेज दिया गया है। इसके अलावा महिला ने जिन लोगों के खिलाफ छेड़छाड़ की शिकायत की थी वह दर्ज कर जांच आरंभ कर दी गयी है।
उत्तर प्रदेश के कानप़ुर के नजीराबाद पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराने आयी महिला के साथ र्दुव्यवहार के मामले में पुलिस के हेड कांस्टेबल को गुरूवार को निलंबित कर दिया गया । इस मामले में कांग्रेस महासचिव ने ट्वीट कर पुलिस को कठघरे में खड़ा किया है । नजीराबाद पुलिस स्टेशन के क्षेत्राधिकारी गीतांजलि सिंह ने बताया कि यह मामला तब सामने आया जब एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें मंगलवार को एक महिला अपने परिजन के साथ हुई छेड़छाड़ की शिकायत करने नजीराबाद पुलिस स्टेशन पहुंची ।
वायरल वीडियो में दिख रहा है कि यहां उसने पुलिस से शिकायत की। लड़की की तहरीर पर कार्रवाई करने की बजाए थाने में बैठे हेड कॉन्स्टेबल ने लड़की को ही फटकारना शुरू कर दिया। हेड कॉन्स्टेबल ने कहा, 'तुम यह अंगूठी क्यों पहने हो? चूड़ी क्यों पहने हो? गले में यह सब क्यों पहने हो? इतने आइटम तुम किसलिए डाले हो? कितने में पढ़ती हो?' लड़की के परिजन ने जवाब दिया कि वह पढ़ती नहीं तो दरोगा जी आगे बोले कि तुम इसकी ठीक तरीके से देखभाल क्यो नही करते हो ।
छेड़खानी की रिपोर्ट लिखवाने गई लड़की के साथ थाने में इस तरह का व्यवहार हो रहा है।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 25, 2019
एक तरफ उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराध कम नहीं हो रहे, दूसरी तरफ कानून के रखवालों का ये बर्ताव।
महिलाओं को न्याय दिलाने की पहली सीढ़ी है उनकी बात सुनना।
Video credits @benarasiyaapic.twitter.com/J0FdqBR2Tt
पुलिस अधीक्षक दक्षिण रवीना त्यागी ने बताया कि हेड कांस्टेबल तार बाबू के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिये गये हैं और उसे पुलिस लाइन भेज दिया गया है। इसके अलावा महिला ने जिन लोगों के खिलाफ छेड़छाड़ की शिकायत की थी वह दर्ज कर जांच आरंभ कर दी गयी है । इस मामले पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर उप्र पुलिस के व्यवहार पर सवाल उठाये हैं । उन्होंने कहा कि 'छेड़खानी की रिपोर्ट लिखवाने गई लड़की के साथ थाने में इस तरह का व्यवहार हो रहा है। एक तरफ उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराध कम नहीं हो रहे, दूसरी तरफ कानून के रखवालों का यह बर्ताव। महिलाओं को न्याय दिलाने की पहली सीढ़ी है उनकी बात सुनना।'