कन्हैया कुमार का कैलाश विजयवर्गीय के पोहा वाले बयान पर जवाब, कहा- हज़ारों तरह के खानपान, रीतिरिवाज के बावजूद लोगों के बीच प्रेम ही असली देशप्रेम है
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 25, 2020 09:31 AM2020-01-25T09:31:10+5:302020-01-25T11:30:36+5:30
कन्हैया ने कहा कि देश में ऑनलाइन सबसे ज्यादा ऑर्डर होती है बिरयानी, जिसको बनाने के भी कई तरीके हैं। हज़ारों तरह के खानपान/वेशभूषा/रीतिरिवाज हैं हमारे देश में और देश के तमाम लोगों से प्रेम ही असली देशप्रेम है, बाकी सब ढोंग है।
भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय द्वारा पोहा खाने वाले मजदूरों को बंग्लादेशी होने की बात कहे जाने के बाद सीपीएम पार्टी के नेता कन्हैया कुमार ने उन्हें जवाब दिया है। कन्हैया ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से भाजपा नेता को बिना नाम लिए जवाब देते हुए लिखा कि देश में कई तरीके हैं पोहा/चूड़ा/चिवडा खाने के। सैंकड़ों तरह की रोटियाँ बनाई जाती है। देश में ऑनलाइन सबसे ज्यादा ऑर्डर होती है बिरयानी, जिसको बनाने के भी कई तरीके हैं। हज़ारों तरह के खानपान/वेशभूषा/रीतिरिवाज हैं हमारे देश में और देश के तमाम लोगों से प्रेम ही असली देशप्रेम है, बाकी सब ढोंग है।
बता दें कि भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने अपनी पार्टी के नेता कैलाश विजयवर्गीय के पोहे वाले बयान पर शुक्रवार को कहा कि यह ‘‘कोई मुद्दा नहीं’’ है।
विजयवर्गीय ने संदेह जताया था कि उनके घर पर काम करने वाले कुछ मजदूर बांग्लादेशी हो सकते हैं क्योंकि वे केवल पोहा खाते हैं। भाजपा महासचिव के बयान में बारे में पूछे जाने पर जावड़ेकर ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं भी पोहा खाता हूं और इसे आपको भी देता हूं (पत्रकारों को)। इसलिए यह कोई मुद्दा नहीं है।’’
विजयवर्गीय ने बृहस्पतिवार को इंदौर में कहा था कि उन्हें संदेह है कि उनके घर में निर्माण कार्य में लगे कुछ मजदूर बांग्लादेशी हो सकते हैं क्योंकि वे केवल ‘‘पोहा’’ खाते थे। भाजपा महासचिव ने संशोधित नागरिकता काननू (सीएए) के समर्थन में आयोजित सेमिनार में कहा कि उनके खाने के विचित्र व्यवहार से उनकी नागरिकता को लेकर संदेह हुआ। पोहा चिउड़ा से बना व्यंजन है जो विजयवर्गीय के गृह नगर इंदौर सहित कुछ क्षेत्रों में काफी लोकप्रिय है।