सुना है पेट्रोल पंपों से मोदी जी की हंसती हुई तस्वीरें हटाई जा रही हैं, पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों के बीच जयंत चौधरी का ट्वीट
By अनिल शर्मा | Published: March 28, 2022 11:35 AM2022-03-28T11:35:24+5:302022-03-28T11:40:56+5:30
‘क्रिसिल रिसर्च’ के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल की कीमतों में हुई वृद्धि से पूरी तरह से पार पाने के लिए दरों में 9 से 12 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की आवश्यकता है। भारत अपनी तेल की जरूरतें पूरी करने के लिए आयात पर 85 फीसदी निर्भर है।
नई दिल्लीः पेट्रोल-डीजल के दामों में लगातर वृद्धि से जनता हलकान है। पिछले एक हफ्ते के भीतर पेट्रोल-डीजल के दामों में छह बार बढ़ोतरी की गई है। इसको लेकर आरएलडी प्रमुख जयंत सिंह ने रविवार को पीएम मोदी पर तंज कसा। जयंत ने ट्विट किया, "सुना है पेट्रोल पंपों से मोदी जी की हंसती हुई तस्वीरें हटाई जा रही हैं…।"
वहीं, कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने भी बढ़ती कीमतों को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला। ट्वीट किया "8 साल में डीजल-पेट्रोल पर #TaxLoot से (सरकार ने) 26 लाख करोड़ रुपए मुनाफा कमाया। अब किसकी 'बदनसीबी'...से जनता बेतहाशा महंगाई झेलने को मजबूर है?"
सुना है पेट्रोल पंपों से मोदी जी की हंसती हुई तस्वीरें हटाईं जा रही हैं…..
— Jayant Singh (@jayantrld) March 27, 2022
गौरतलब है कि पेट्रोल की कीमतों में 30 पैसे प्रति लीटर और डीजल की कीमत में सोमवार को 35 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई। पिछले एक सप्ताह में छठी बार कीमत में बढ़ोतरी की गई है। सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम विपणन कंपनियों की तरफ से जारी मूल्य संबंधी अधिसूचना के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 99.11 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर अब 99.41 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 90.42 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर 90.77 रुपये प्रति लीटर हो गई है।
पेट्रोल और डीजल के कीमतों में देश भर में वृद्धि की गई है, लेकिन इनके दाम स्थानीय कर के आधार पर अलग-अलग राज्यों में भिन्न हैं। पेट्रोल तथा डीजल की कीमतें रिकॉर्ड 137 दिन तक स्थिर रहने के बाद 22 मार्च को बढ़ाई गई थीं। इसके बाद 23 मार्च को भी इनकी कीमतों में प्रति लीटर 80 पैसे की बढ़ोतरी की गई थी। तब से छह बार कीमतों में वृद्धि की गई है। विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के साथ ही पेट्रोल एवं डीजल के दाम में बढ़ोतरी की संभावना जताई जा रही थी, लेकिन पेट्रोलियम कंपनियों ने कुछ दिन और इंतजार किया।
‘क्रिसिल रिसर्च’ के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल की कीमतों में हुई वृद्धि से पूरी तरह से पार पाने के लिए दरों में 9 से 12 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की आवश्यकता है। भारत अपनी तेल की जरूरतें पूरी करने के लिए आयात पर 85 फीसदी निर्भर है।