भारत के इस राज्य में शादी से पहले लड़की का प्रेग्नेंट होना माना जाता है शुभ, घरवाले खुद देते हैं लड़के के साथ लिव इन में रहने की आजादी
By अमित कुमार | Published: November 29, 2020 12:40 PM2020-11-29T12:40:28+5:302020-11-29T12:42:40+5:30
कई सालों से गरासिया जनजाति के लोगों के बीच बिना शादी के रहने की परंपरा चली आ रही है। इसके तहत घरवाले खुद अपने बच्चों को इसकी इजाजत दे देते हैं।
आजकल शादी से पहले लिव इन में रहने का चलन है। लड़का और लड़की लिव इन में कुछ दिन साथ रहकर एक-दूसरे को ज्यादा बेहतर से समझने की कोशिश करते हैं। हालांकि, भारत में आज भी बिना शादी के साथ रहना ठीक नहीं माना जाता। घरवाले कभी नहीं चाहते कि उनका बच्चा इस तरह बिना शादी किसी के साथ रहे। खासतौर पर ग्रामीण इलाके में लिव इन में रहना पाप समझा जाता रहा है।
भारत में लिव इन रिलेशनशिप के लिए कुछ कानूनी नियम भी बनाये गये है। जिसका पालन करके कपल्स साथ रहे सकते है। हालांकि इसे भारतीय समाज ने अभी तक मान्यता नही दी है, जिसकी कारण आज भी ऐसे कपल्स को सही नजरों से नही देखा जाता। लेकिन क्या आप जानते हैं भारत में एक ऐसा राज्य भी है जहां कि लड़कियों को शादी से पहले लड़कों के साथ रहना अनिवार्य होता है।
हम बात कर रहे हैं राजस्थान की। राजस्थान में एक जनजाति ऐसी भी है, जहां शादी से पहले बच्चे पैदा करना शुभ माना जाता है। गरासिया जनजाति के लोगों की मान्यता के अनुसार, यहां दापा प्रथा काफी मशहूर है। दरअसल, इसकी शुरुआत काफी पहले हुई थी। जहां इस जनजाति के चार भाई कहीं बाहर गए और वहां चार में से तीन ने शादी कर ली। जबकि एक बिना शादी के ही लड़की के साथ रहने लगा।
बिना शादी के रहने वाले शख्स को बच्चा हुआ जबकि बाकी तीन को कोई संतान प्राप्ति नहीं हुई। इसके बाद से इस जनजाति के लोग इस परंपरा को निभाते चले आ रहे हैं। गरासिया जनजाति में 2 दिन का स्पेशल विवाह मेला लगता है। इस मेले में लड़का और लड़की एक-दूसरे को पसंद करते हैं और बिना शादी किए एक साथ रहने लगते हैं. जिसके बाद बच्चे के पैदा होने के बाद ही अपनी मर्जी से शादी करते हैं।