OMG! 30 अरब येन खर्च कर जापान करने जा रहा ये कारनामा
By भाषा | Published: February 6, 2019 07:33 PM2019-02-06T19:33:40+5:302019-02-06T19:33:40+5:30
इस घोषणा से पहले एजेंसी ने पिछले साल अक्टूबर में यान के उतरने की प्रक्रिया को कई महीनों के लिए यह कहते हुए टाल दिया था कि लैंडिंग की तैयारी के लिए और समय चाहिए क्योंकि हालिया आंकड़ें दिखाते हैं कि क्षुद्र ग्रह की सतह उम्मीद से अधिक खुरदुरी है।
सौरमंडल की उत्पत्ति पर प्रकाश डालने के क्रम में एक क्षुद्र ग्रह को परखने के लिए भेजा गया जापानी अंतरिक्षयान इस महीने के अंत में वहां उतर जाएगा। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। जापान एअरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी (जाक्सा) ने बताया कि हायाबुसा2 यान 22 फरवरी को स्थानीय समयानुसार सुबह आठ बजे रुयुगु क्षुद्रग्रह पर उतर सकता है।
एजेंसी के परियोजना प्रबंधक युइची त्सुदा ने संवाददाताओं को बताया, “यान के उतरने का स्थान निर्धारित कर लिया गया है और हम वहां कैसे उतरने वाले हैं इसकी पुष्टि हो चुकी है, इसलिए हम बिना गलती किए इसे करने का भरसक प्रयास करेंगे।”
इस घोषणा से पहले एजेंसी ने पिछले साल अक्टूबर में यान के उतरने की प्रक्रिया को कई महीनों के लिए यह कहते हुए टाल दिया था कि लैंडिंग की तैयारी के लिए और समय चाहिए क्योंकि हालिया आंकड़ें दिखाते हैं कि क्षुद्र ग्रह की सतह उम्मीद से अधिक खुरदुरी है। वैज्ञानिकों को क्षुद्रग्रह पर भेजे गए अन्य यानों के जरिए पहले से ही डेटा प्राप्त हो रहा है।
अक्टूबर में जाक्सा ने सफलतापूर्वक 10 किलोग्राम का एक नया अवलोकन रोबोट भेजा था, जिसे मस्कट - ‘मोबाइल एस्टेरॉयड सर्फेस स्काउट’ के नाम से जाना जाता है। हयाबुसा2 एक बड़े फ्रिज के आकार का है और कई सौर पैनलों से लैस है। यह जाक्सा के पहले क्षुद्र ग्रह अन्वेषक हयाबुसा का परवर्ती है।
करीब 30 अरब येन की लागत वाला हयाबुसा2 मिशन दिसंबर 2014 में शुरू किया गया था और वह संकलित किए गए नमूनों के साथ 2020 में धरती पर लौटेगा। इन नमूनों के जरिए वैज्ञानिकों को जीवन एवं ब्रह्मांड के बारे में कुछ मूलभूत सवालों के जवाब हासिल होने की उम्मीद है।