जानें क्यों यूपी की SHO लक्ष्मी चौहान को सस्पेंड कर जारी किया गया है गैर जमानती वारंट, लेडी सिंघम के नाम से हैं फेमस
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 21, 2019 02:06 PM2019-10-21T14:06:33+5:302019-10-21T14:06:33+5:30
महिला थानाध्यक्ष (SHO) लक्ष्मी सिंह चौहान के साथ 6 पुलिसकर्मियों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया है। इन लोगों के ऊपर लाखों रुपए के गबन का आरोप है।
उत्तर प्रेदश गाजियाबाद में महिला थानाध्यक्ष (SHO) लक्ष्मी सिंह चौहान के साथ 6 पुलिसकर्मियों को कुछ दिनों पहले सस्पेंड कर दिया गया था। इनपर गबन का आरोप है। आरोप है कि महिला थानाध्यक्ष लक्ष्मी सिंह चौहान ने गबन के बाद बरामद किए गए 1 करोड़, 15 लाख रुपयों में से 70 लाख रुपए गायब कर दिए हैं। इस मामले में आज (21 अक्टूबर) लक्ष्मी सिंह चौहान के साथ 6 पुलिसकर्मियों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है। मेरठ के स्पेशल जज भ्रष्टाचार निवारण ने लक्ष्मी सिंह चौहान की अग्रिम जमानत अर्जी को खारिज कर दिया था।
SHO लक्ष्मी चौहान को लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह के पोस्ट किए जा रहे हैं। कोई इस बात से हैरान है कि एक महिला अफसर ने ऐसा किया है तो कोई इनकी अलोचना कर रहा है। तो आइए बताते हैं कि आखिर कौन हैं SHO लक्ष्मी सिंह चौहान?
महिला थानाध्यक्ष (SHO) लक्ष्मी सिंह चौहान सस्पेंड के पहले गाजियाबाद की थाना लिंक रोड की थानाध्यक्ष थीं। लक्ष्मी सिंह चौहान लेडी सिंघम के नाम से मशहूर हैं। लक्ष्मी चौहान सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं। लक्ष्मी चौहान फेसबुक पर पोस्ट कर अपने बारे में जानकारी साझा करती रहती थी। इस मामले में गाजियाबाद की थाना लिंक रोड की थानाध्यक्ष रहीं लक्ष्मी सिंह चौहान सहित निलंबित सातों पुलिसकर्मिर्यों पर केस दर्ज है।
जानें कैसे हुआ पूरे मामले का खुलासा
गाजियाबा पुलिस के दावों के मुताबिक इलाके से अलग-अलग सीसीटीवी फूटेज में देखा गया है कि एसएचओ लक्ष्मी सिंह चौहान सरकारी गाड़ी से प्राइवेट गाड़ी में पैसे से भरा बैग रखते दिख रही हैं। एसपी सिटी की जांच में लक्ष्मी सिंह चौहान पर लगे आरोप सही पाए गए हैं।
गाजियाबाद पुलिस के मुताबिक लिंक रोड क्षेत्र के एटीएम से सीएमएस के कर्मचारियों द्वारा गबन कराए जाने का ये मामला है। इस मामले में 24 सितंबर की रात को गिरफ्तार किया गया था। एक ही थाने से सात पुलिसकर्मी के पास से 45 लाख 81 हजार रुपये बरामद किए गए हैं।