जानिए पुलवामा के आतंकी के साथ वायरल हुई राहुल गांधी की 'तस्वीर' का सच
By पल्लवी कुमारी | Published: February 16, 2019 01:53 PM2019-02-16T13:53:53+5:302019-02-16T13:53:53+5:30
Pulwama Attack: जम्मू-कश्मीर के पुलवामा आतंकी हमले में अब तक 44 जवानों शहीद हुए हैं। जिनमें से 38 जवानों को श्रद्धांजलि दी गई है और 42 जवानों के नाम सामने आए हैं।
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को आतंकी हमले को अंजाम देने वाला आदिल अहमद डार उर्फ वकास कमांडर के साथ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की एक तस्वीर वायरल हो रही है। सोशल मीडिया पर वायरल हुई तस्वीर में आप देख सकते हैं कि राहुल गांधीं इस्लामी टोपी पहने हुए हैं। राहुल गांधी के बगल में आंतकी आदिल अहमद डार की तस्वीर है।
तस्वीर को शेयर कर फेसबुक पर कैप्शन लिखा जा रहा है- ''भारतीय फौज पर हमला करने वाला निकला राहुल गांधी का खास। कहीं इस हमले के पीछे कांग्रेस का तो हाथ नहीं है? इस पोस्ट को तीन हजार से ज्यादा बार शेयर किया गया है।
इस तस्वीर को रिधी पठानियां नाम की लड़की ने फेसबुक पर शेयर किया है। इस लड़की के फेसबुक पर 12 हजार फॉलोअर्स हैं। इस पूरे पोस्ट में तीन तस्वीर हैं। पहले तस्वीर में राहुल गांधी इस्लामी टोपी पहने हुए हैं और बगल में आतंकी आदिल अहमद डार है। दूसरी तस्वीर में राहुल गांधी जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के साथ है। तीसरे तस्वीर में आंतकी आदिल अहमद डार है।
क्या है इस वायरल हो रही तस्वीर की सच्चाई
राहुल गांधी की आतंकी आदिल अहमद डार के साथ ही ये तस्वीर फेक है। गूगल पर इस तस्वीर को सर्च करने के बाद इसकी सच्चाई पता चली। गूगल के रिजर्व इमेज सर्च में पता चला कि ये तस्वीर 28 फरवीर 2014 की है। ये तस्वीर उत्तर प्रदेश के दरगाह बारबंकी की है। इसमें वो किसी कांग्रेस नेता के साथ हैं, जिसे मॉर्फिंग करके कांग्रेस नेता की जगह आतंकी आदिल की तस्वीर लगाई गई है।
राहुल गांधी लोकसभा चुनाव 2014 के पहले ये चुनावी रैली करते हुए उत्तर प्रदेश के एक दरगाह में गए थे।
पुलवामा हमले के बाद आतंकी आदिल अहमद डार का वीडियो हुआ वायरल
आदिल अहमद डार पिछले साल भारतीय सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में बच निकला था। जैश-ए-मोहम्मद की तरफ से जारी वीडियो में कहा गया है कि आदिल अहमद डार को आतंकवादी संगठन से जुड़ने के बाद ही इस हमले की जिम्मेदारी सौंपी गयी थी।
वीडियो में आदिल अहमद डार को वीडियो में कहता दिखाया गया है कि इस वीडियो के सामने आने तक वो "जन्नत पहुंच चुका होगा।" जैश-ए-मोहम्मद के प्रवक्ता मोहम्मद हसन ने दावा किया है कि सीआरपीएफ की दर्जनों गाड़ियों को हमले में नुकसान पहुंचा है। इस काफिले में सीआरपीएफ की करीब 70 गाड़ियाँ थीं जिनमें करीब 2500 जवान सवार थे।
जैश-ए-मोहम्मद ने ली पुलवामा हमले की जिम्मेदारी
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा आतंकी हमले में अब तक 44 जवानों शहीद हुए हैं। जिनमें से 38 जवानों को श्रद्धांजलि दी गई है और 42 जवानों के नाम सामने आए हैं। इस आतंकवादी हमले में 40 से ज्यादा जवान घायल हुए हुए हैं। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार सीआरपीएफ की बसों पर आतंकवादियों ने निशाना बनाया और उन्हें आईईडी से उड़ा दिया।
पुलवामा आतंकवादी हमला के बाद भारत ने पाकिस्तान से सर्वाधिक तरजीही राष्ट्र का दर्जा लिया वापस
पुलवामा जिले में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आत्मघाती हमले के बाद भारत ने बड़ा कदम उठाते हुए पाकिस्तान को दिया गया सर्वाधिक तरजीही राष्ट्र का दर्जा वापस ले लिया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडल समिति (सीसीएस) की शुक्रवार को हुई बैठक में यह फैसला किया गया।