Fact Check: विकास दुबे की मां के बाद अब पिता के निधन की खबर हुई वायरल, यहां जानें पूरी सच्चाई
By स्वाति सिंह | Published: July 13, 2020 11:52 PM2020-07-13T23:52:12+5:302020-07-13T23:52:12+5:30
सोमवार को सोशल मीडिया पर अफवाह उड़ी कि राम कुमार की मौत हार्ट अटैक से हो गई है। आला अफसरों तक मामला पहुंचते ही सीओ बिल्हौर ने दामाद दिनेश तिवारी के घर पहुंचकर जानकारी ली। तब पता चला है कि ये एक फर्जी खबर (fake news) है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश पुलिस (Uttar Pradesh) के साथ एनकाउंटर में मारे गए गैंगस्टर विकास दुबे (Vikas Dubey) के पिता रामकुमार दुबे के निधन की खबर सोमवार (13 जुलाई ) को सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। वायरल मैसेज में दावा किया गया कि रामकुमार दुबे का निधन दिल का दौरा पड़ने से हुआ। इसके साथ ही यह भी कहा गया है कि वे अपने बेटे के एनकाउंटर के बाद से गहरे सदमे में थे और बेटे विकास की मौत के बाद उन्होंने खाना-पीना छोड़ दिया था। हालांकि, इस खबर को फैक्ट चेक ( Fact Check) करने पर पता चला है कि ये एक फर्जी खबर (fake news) है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक यूपी के आला अफसरों तक मामला पहुंचते ही सीओ बिल्हौर ने दामाद दिनेश तिवारी के घर पहुंचकर जानकारी ली। वहां राम कुमार के ठीक मिलने पर हालचाल लेकर लौट गए। इससे पहले विकास दुबे की मां की मौत की अफवाह सोशल मीडिया पर फैलाई गई थी।
btw @Journalist_SS Father of #VikasDubey died of heart attack.
— himanshu mishra (@himaanshumisra) July 13, 2020
Is this true? #VikasDubeyDiary
10 जुलाई को मुठभेड़ में मारा गया था विकास दुबे
बता दें कि कानपुर में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या का आरोपी विकास दुबे 10 जुलाई को उस समय मुठभेड़ में मारा गया था जब उसने भागने की कोशिश की। बता दें कि विकास दुबे को मध्यप्रदेश के उज्जैन में गिरफ्तार किया गया।उत्तर प्रदेश पुलिस जब उसे कानपुर लेकर आ रही थी तभी भागुती इलाके में हाई वे पर पुलिस की गाड़ी पलट गई। इसका फायदा उठाते हुए विकास दुबे ने पुलिसकर्मी से पिस्टल छीनकर घटनास्थल से भागने की कोशिश की। जब यूपी एसटीएफ के जवानों ने उसे सरेंडर करने के लिए कहा तो उसने फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में विकास दुबे मारा गया।
कानपुर पुलिस ने बताया था विकास दुबे के एनकाउंटर का पूरा वाकया
आरोपी विकास दुबे शुक्रवार (10 जुलाई) सुबह 9 बजे के करीब कानपुर के भौती इलाके में पुलिस मुठभेड़ मे मारा गया। विकास दुबे को गुरुवार मध्य प्रदेश के उज्जैन से गिरफतार किया गया था। मुठभेड़ के बाद विकास दुबे के शव को कानपुर के हैलट अस्पताल लाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया गया। विकास के कंधे और कमर में चार गोलियां लगी हैं।
कानपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार ने बताया, तेज बारिश हो रही थी। पुलिस ने गाड़ी तेज भगाने की कोशिश की जिससे वह डिवाइडर से टकराकर पलट गयी और उसमें बैठे पुलिसकर्मी घायल हो गये। उसी मौके का फायदा उठाकर दुबे ने पुलिस के एक जवान की पिस्तौल छीनकर भागने की कोशिश की और कुछ दूर भाग भी गया। तभी पीछे से एस्कार्ट कर रहे एसटीएफ के जवानों ने उसे गिरफ्तार करने की कोशिश की और उसी दौरान उसने एसटीएफ पर गोली चला दी जिसके जवाब में जवानों ने भी गोली चलाई और वह घायल होकर गिर पड़ा। हमारे जवान उसे अस्पताल लेकर गये जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।