Coronavirus: सोशल मीडिया पर फेक न्यूज और दावों की बाढ़, फेसबुक ने इलाज की गारंटी वाले फर्जी विज्ञापनों पर बैन लगाया
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 27, 2020 12:03 PM2020-02-27T12:03:27+5:302020-02-27T12:05:22+5:30
कोरोना वायरस का आधिकारिक नाम कोविड-19 (covid 19) है। इसकी शुरुआत दिसंबर, 2019 में चीन के वुहान शहर से हुई थी।
कोरोना वायरस को लेकर दुनिया भर में तरह-तरह की अफवाहें फैली हुई हैं। साथ ही इसके इलाज और नुस्खे को लेकर भी सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक, ट्विटर और व्हाट्सअप पर गलत जानकारियां प्रसारित की जा रही हैं। इसके अलावा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर इसके बचाव और इलाज की गारंटी को लेकर कुछ एड भी जारी हुए। फेसबुक ने कोरोना वायरस को ले कर गलत दावे करने वाले एड (विज्ञापन) को ब्लॉक करने का फैसला किया है। इन विज्ञापनों में कोरोना वायरस को लेकर तमाम दावे किए गए हैं।
बिजनेस इनसाइडर में छपी खबर के अनुसार, सोशल नेटवर्किंग कंपनी फेसबुक ने कहा कि वह गलत जानकारी देने वाले विज्ञापनों को हटा रही है। इसके अलावा ऐसे विज्ञापन भी हटाए जा रहे हैं जिनमें कोरोना वायरस से बचाव या इलाज की गारंटी दी गई है।
कोरोना वायरस का कहर सबसे ज्यादा चीन में है। अब तक 2,744 लोगों की इस वायरस के चलते असमय मौत हुई हैं। चीन के अलावा इटली, ईरान, फ्रांस में भी कोरोना वायरस से मौतें हुई हैं। वहीं पाकिस्तान, दक्षिण कोरिया, यूनान में भी कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है।
किसी भी वायरस फैलने के समय मास्कों की बिक्री बढ़ जाती है। मास्क हमें सांसों के संक्रमण से बचाते हैं। कोरोना वायरस के आते ही फेसबुक पर फेस मास्क के विज्ञापनों की बाढ़ आ गई है। इन विज्ञापनों में में वायरस से बचाव की 100 प्रतिशत गारंटी दी गई। फेसबुक अब इन विज्ञापनों को अनुमति नहीं देगा। विज्ञापनों पर प्रतिबंध इसी सप्ताह से लागू हुआ है।
बिहार तक भी 'पहुंचा' कोरोना वायरस
फेसबुक पर कुछ लोगों ने कोरोना वायरस को बिहार पहुंचा दिया है। जबकि सच्चाई ये है कि भारत में अब तक कोई भी कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं पाया गया है। इसके अलावा कोरोना वायरस को लेकर सोशल मीडिया में एक मैसेज चल रहा है कि मटन, चिकेन और मछली ना खाए। इस पर लोकमत से विशेष बातचीत में डॉक्टर केके अग्रवाल ने कहा कि नॉनवेज खाने से कोरोना वायरस होने का कोई संबंध नहीं है।
कोरोना वायरस के मामले चीन से बाहर दूसरे देशों में बढ़े
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यएचओ) ने मंगलवार (25 फरवरी) को कहा है कि चीन के बाहर कोरोना वायरस से संक्रमण के नए मामलों की संख्या चीन में सामने आए मामलों से अधिक हो गई है। मूडीज एनालिटिक्स का मानना है कि यदि कोरोना वायरस एक महामारी का रूप लेता है तो वैश्विक अर्थव्यवस्था मंदी के घेरे में आ सकती है।