सोशल मीडिया पर पुलिस वर्दी में वीडियो डालना पड़ा महंगा, महिला हेड कांस्टेबल और कांस्टेबल को कारण बताओ नोटिस
By सतीश कुमार सिंह | Published: June 9, 2021 01:42 PM2021-06-09T13:42:42+5:302021-06-09T13:44:10+5:30
दिल्ली पुलिस ने ड्यूटी के दौरान वर्दी में वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर साझा करने के मामले में एक महिला हेड कांस्टेबल और एक कांस्टेबल को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
नई दिल्लीः नई दिल्ली के मॉडल टाउन थाने में तैनात महिला हेड कांस्टेबल सहित दो पुलिस कर्मियों को ड्यूटी के दौरान सोशल मीडिया पर वीडियो बनाने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
डीसीपी (नॉर्थवेस्ट) उषा रंगनानी द्वारा 7 जून को जारी नोटिस में कहा गया है कि “यह देखा गया है कि मॉडल टाउन पुलिस स्टेशन में तैनात महिला हेड कांस्टेबल शशि और कांस्टेबल विवेक माथुर ने लॉकडाउन के दौरान अपने आधिकारिक कर्तव्यों का नहीं पालन करते हुए कई मनोरंजन वीडियो तैयार किए। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इसे पोस्ट करना गलत है। ”
#JUSTIN: A show cause notice has been issued to woman head constable and constable of Delhi Police for making videos in uniform during their official duties during lockdown and sharing on social media - said DCP (north-west) Usha Rangnani in her order. @IndianExpress, @ieDelhipic.twitter.com/DVwwxYNtoC
— Mahender Singh Manral (@mahendermanral) June 8, 2021
अधिकारियों ने मंगलवार को कहा कि दोनों पुलिसकर्मियों ने वीडियो बनाने के दौरान कोरोना वायरस संबंधी दिशा-निर्देशों का भी पालन नहीं किया। सोमवार को जारी नोटिस के मुताबिक, मॉडल टाउन पुलिस थाने में तैनात हेड कांस्टेबल शशि और कांस्टेबल विवेक माथुर ने कोरोना वायरस लॉकडाउन की ड्यूटी के दौरान वर्दी में कई मनोरंजक वीडियो बनाए और बाद में उन्हें सोशल मीडिया पर साझा किया।
दिल्ली पुलिस के मॉडल टाउन थाने में तैनात कांस्टेबल और महिला हेड कांस्टेबल को ड्यूटी के दौरान वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डालना पड़ा भारी।@DelhiPolice ने नोटिस जारी कर 15 दिन में जवाब मांगा है। कांस्टेबल विवेक और हेड कांस्टेबल को नोटिस।@indiatvnewspic.twitter.com/NYcYi2yBDR
— Atul Bhatia (@atul_bhatia1) June 8, 2021
एक बॉलीवुड गीत पर फिल्माये गये विडियो में माथुर बिना मास्क पहने दिखाई दिए और दोनों पुलिसकर्मियों ने सामाजिक दूरी के नियमों का भी पालन नहीं किया। नोटिस में इनके आचरण को आधिकारिक कर्तव्यों के निर्वहन के खिलाफ करार दिया गया। मामले पर कार्रवाई करते हुए दिल्ली पुलिस ने दोनों से 15 दिनों के भीतर स्पष्टीकरण मांगा है।