जब दुनिया में आई थी 'डांसिंग प्लेग' नाम की बीमारी, डांस करते-करते चली गई थी दर्जनों की जान
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 30, 2021 03:18 PM2021-11-30T15:18:20+5:302021-11-30T15:18:20+5:30
पूरी दुनिया आज कोरोना महामारी से जूझ रही है। इसे निपटने के और इस बीमारी को जड़ से खत्म करने के तमाम उपाय खोजे जा रहे हैं। वैसे क्या आप जानते हैं कि पहले भी दुनिया में कई तरह की बीमारियां आती रही हैं। ऐसी ही एक बीमारी 'डांसिंग प्लेग' भी थी।
नई दिल्ली: कोरोना महामारी आने के बाद दुनियाभर में लाखों लोगों ने अपनी जान गंवा दी है। कोरोना वायरस आने से पहले क्या किसी ने सोचा था कि एक ऐसी गुमनाम बीमारी आएगी और दुनियाभर में लाखों लोगों की जिंदगियां हील जाएगी।
आज हम आपको एक ऐसी ही अजीबोगरीब बीमारी के बारे में बताने जा रहे हैं। इस बीमारी की चपेट में आने के बाद लोग नाचते-नाचते अपनी जान गंवा देते थे। सबसे पहले फ्रांस की एक युवती इस बीमारी की चपेट में आई थी।
1518 में आई थी 'डांसिंग प्लेग' बीमारी
एक युवती साल 1518 के जुलाई महीने में अचानक ही डांस करने लगी थी। युवती का नाम फ्राउ ट्रॉफी था। डांस करते-करते वह अपना होश खो बैठी थी और नाचने में इतनी ज्यादा खो गई कि डांस करते-करते ही घर के बाहर गली में आ गई।
फ्राउ को ऐसे नाचते देख आसपास के लोग हैरान रह गए थे। फ्राउ को नाचते देख उसके परिजन उसे वहां समझाने पहुंचे। हालांकि, उसके परिजन भी डांस करने लगे। देखते-देखते वहां लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई और कुछ समय बाद कई लोग डांस करने लगे।
इस दौरान अचानक न जाने क्या होता है कि डांस करते-करते लोग गश खाकर जमीन पर गिरने लगे और उनकी जान चली गई। देखते ही देखते 30 से अधिक लोग डांस करते-करते मर गए। पूरे फ्रांस में हड़कंप मच गया। लोग काफी डर गए थे। जैसे ही किसी के डांस करने की खबर आती, उसे अस्पताल में भर्ती करवाया जाता था।
क्या है 'डांसिंग प्लेग' बीमारी का रहस्य
फ्रांस की इस रहस्यमयी घटना के बारे में उस दौर में वैज्ञानिकों ने जमकर रिसर्च किया था लेकिन इसका कोई सही कारण पता नहीं लग पाया था। वैज्ञानिकों ने ही इसे डांसिंग प्लेग नाम दिया।। धीरे-धीरे ये बीमारी अपने आप खत्म हो गई थी। आज इस बीमारी के 500 साल बीत जाने के बावजूद वैज्ञानिक इस बीमारी के रहस्य का पता लगाने में असमर्थ हैं। इस रहस्य से पर्दा नहीं उठ सकता है।