ठेकों पर उमड़ी भीड़ः कुमार विश्वास ने गृह मंत्रालय से कहा- इन महान 'शराबी-करदाताओं' के आधार कार्ड नोट कर लें, ताकि आगे बहाने न बना सकें
By रामदीप मिश्रा | Published: May 4, 2020 02:35 PM2020-05-04T14:35:37+5:302020-05-04T14:35:37+5:30
राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार को शराब की दुकानें खुलने के बाद मयूर विहार में लोगों के सामाजिक दूरी ना बनाने के कारण वहां एक दुकान को बंद ही कर दिया गया। सरकार के एक अधिकारी के अनुसार केन्द्रीय गृह मंत्रालय (एमएचए) के लॉकडाउन के नियमों में ढील देने के बाद शराब की करीब 150 दुकानों को खोलने की अनुमति दी गई है।
नई दिल्लीःकोरोना वायरस के प्रकोप कम करने के लिए देश 17 मई तक लॉकडाउन है। इस बीच आदेश के बाद सोमवार को शराब की दुकानें राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत कई राज्यों में खोली गईं। दुकानें खुलते ही लोग शराब लेने के लिए उमड़ पड़े। लंबी कतारों के कारण पुलिसकर्मियों को भीड़ को नियंत्रित करने और सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का पालन कराने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। इसको लेकर मशहूर कवि कुमार विश्वास नाराजगी जाहिर की है।
उन्होंने पहले मेराज फ़ैज़ाबादी का शेर ट्वीट किया और साथ ही दिल्ली में शराब की दुकानें खुलने के बाद जमा भीड़ की तस्वीर ट्वीट की। उन्होंने लिखा, 'मैकदे में किसने कितनी पी ख़ुदा जाने मगर, मैकदा तो मेरी बस्ती के कई घर पी गया...!'
आगे उन्होंने गृह मंत्रालय से कहा, 'अनुरोध है गृह मंत्रालय से कि संकटकाल में प्राण हथेली पर रख कर भयानक-भीड़ के रूप में इकट्ठा हुए इन महान 'शराबी-करदाताओं' के आधार-कार्ड नोट कर लें ताकि आगे ये कभी 'राशन के लिए भी पैसा नहीं है' जैसे बहाने न कर सकें. हम न सुधरे थे न सुधरेंगे, एक हम हैं जो 50 दिन से ताले में हैं एक ये हैं।'
राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार को शराब की दुकानें खुलने के बाद मयूर विहार में लोगों के सामाजिक दूरी ना बनाने के कारण वहां एक दुकान को बंद ही कर दिया गया। सरकार के एक अधिकारी के अनुसार केन्द्रीय गृह मंत्रालय (एमएचए) के लॉकडाउन के नियमों में ढील देने के बाद शराब की करीब 150 दुकानों को खोलने की अनुमति दी गई है। ये दुकानें सुबह नौ बजे से शाम साढ़े छह बजे तक खुल सकती हैं। राष्ट्रीय राजधानी में 42 दिन बाद शराब की दुकानें खुली हैं।
अनुरोध है @HMOIndia से कि संकटकाल में प्राण हथेली पर रख कर भयानक-भीड़ के रूप में इकट्ठा हुए इन महान “शराबी-करदाताओं” के आधार-कार्ड नोट कर लें ताकि आगे ये कभी “राशन के लिए भी पैसा नहीं है” जैसे बहाने न कर सकें
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) May 4, 2020
हम न सुधरे थे न सुधरेंगे👞एक हम हैं जो 50 दिन से ताले में हैं एक ये हैं https://t.co/op2rqHfg27
कोरोना वायरस से निपटने के लिए लगाए लॉकडाउन के कारण ये दुकानें बंद थीं। दुकानों के खुलते ही बुराड़ी, मयूर विहार, गांधी विहार, रोहिणी और जनकपुरी में बड़ी संख्या में लोग दुकानों के बाहर इकट्ठे हो गए। पुलिस कर्मी भीड़ को नियंत्रित करते दिखे क्योंकि इन दुकानों में एक बार में पांच से अधिक लोगों को जाने की अनुमति नहीं हैं।
सरकार ने इन दुकानों को चलाने वाली चार सरकारी एजेंसियों को दुकानों पर मार्शल तैनात करने को भी कहा है। शहर में सरकारी एजेंसियों और निजी तौर पर चलाई जाने वाली 850 शराब की दुकानें हैं। आदेश में आबकारी विभाग ने अधिकारियों से एल-7 लाइसेंस प्राप्त निजी दुकानों की पहचान करने को भी कहा है, जो एमएचए के निर्देशों को पूरा करती हों। अधिकारियों से तीन दिन में रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है।