बिहारः कटिहार में दो बच्चे बने करोड़पति, खाते में 960 करोड़ रुपये, बैंक अकाउंट से पैसे की निकासी पर रोक
By एस पी सिन्हा | Published: September 16, 2021 07:57 PM2021-09-16T19:57:01+5:302021-09-16T19:58:15+5:30
बिहार का मामला है. छात्र गुरुचन्द्र विश्वास के खाता संख्या 1008151030208081 में 60 करोड़ से अधिक और असित कुमार के खाता संख्या 1008151030208001 में 905 करोड़ से ज्यादा की राशि है.
पटनाः बिहार में लोगों के बैंक खातों में अचानक पैसे आने का सिलसिला जारी है. पहले खगड़िया में एक युवक के खाते में साढे़ पांच लाख रुपये आये थे. यह मामला अभी गर्म ही है कि अब कटिहार जिले में दो छात्रों के खाते में 960 करोड़ रुपये आ गए.
इतनी बड़ी धनराशि वह भी बगैर किसी स्क्रैच कूपने और न ही लकी ड्रॉ. इससे सभी भौंचक रह गये. जब दूसरे लोगों को चला तो उन्होंने भी अपने अकाउंट चेक करने शुरू कर दिए. इसके चलते बैंक में लोगों की लाइन लग गई. प्राप्त जानकारी के अनुसार गांव के दो स्कूली बच्चों के खाते में रातों-रात इतनी भारी भरकम रकम आने आने से बैंक अधिकारी भी हैरान हैं.
यह मामला कटिहार जिले के आजमनगर प्रखंड पस्तिया गांव का है. दरअसल, उत्तरी बिहार ग्रामीण बैंक में खाता धारक कक्षा 6 में पढ़ने दो बच्चों के खाते में इतनी भारी धनराशि आ गई है. बताया जाता है कि बुधवार को आजमनगर थाना क्षेत्र की बघौरा पंचायत स्थित पस्तिया गांव के दो बच्चे गुरुचंद्र विश्वास और असित कुमार पोशाक की राशि के बारे में जानने के लिए एसबीआई के सीएसपी सेंटर पहुंचे थे.
यहां उनको पता चला कि दोनों के खातों में तो करोड़ों रुपए जमा हैं. यह सुनकर बच्चे ही नहीं आसपास खडे अन्य लोग भी चौंक गए. कक्षा छह में पढ़ने वाले आशीष के खाते में 60 करोड 20 लाख 11 हजार 100 रुपए और गुरु चरण विश्वास के खाते में 905 करोड़ से अधिक की राशि आ गई. एक साथ इतनी बडी राशि देखकर बच्चों के साथ-साथ उनके घरवाले हैरान रह गए.
खाता उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक भेलागंज शाखा का है. सीएसपी से पता चला कि छात्र गुरुचन्द्र विश्वास के खाता संख्या 1008151030208081 में 60 करोड़ से अधिक और असित कुमार के खाता संख्या 1008151030208001 में 905 करोड़ से ज्यादा की राशि है. शाखा प्रबंधक मनोज गुप्ता को भी जब यह पता चला तो वह हैरान रह गए.
उन्होंने दोनों बच्चों के खाते से भुगतान पर रोक लगाते हुए कहा कि मामले की जांच की जा रही है. बैंक के वरीय पदाधिकारियों को भी इस बारे में सूचना दी जा रही है. वहीं एलडीएम एमके मधुकर ने बताया कि बैंक से मामला आने के बाद इसकी जांच की जायेगी. हालांकि बैंक अधिकारी सहित सभी लोग हैरान हैं. साथ ही बच्चे और उसके अभिभावकों को यह पता नहीं है कि यह राशि कहां से आई है.
यहां बता दें कि इससे पहले खगड़िया जिले में रंजीत दास के खाते में अचानक साढे़ पांच लाख रुपये आ गए थे. खाते में रुपये आने के बाद उस व्यक्ति को लगा कि पीएम मोदी ने उसके खाते में ये रुपये भेजे हैं. उसने अपने खाते से वो रुपये निकाल लिए और खर्च करना शुरू कर दिया.
बैंक की ओर से रंजीत दास को रुपये वापस करने के संदर्भ में कई नोटिस भी भेजे गए, लेकिन उसने पैसे वापस करने से साफ मना कर दिया. आखिरकार बैंक की ओर से रंजीत दास के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गईे. पुलिस ने रंजीत को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.