बिहार की बाढ़ में डूबकर मरने वाले बच्चे के वायरल वीडियो से मचा था तहलका, जानें इस दावे के पीछे की सच्चाई
By एस पी सिन्हा | Published: July 19, 2019 06:25 PM2019-07-19T18:25:15+5:302019-07-19T18:25:15+5:30
बिहार के 12 जिलों में आई बाढ़ से अब तक 78 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 45 लाख 40 हजार से अधिक की आबादी प्रभावित हुई है.
बिहार में बाढ का कहर जारी है. बाढ के पानी में डूबने से तीन साल के बच्चे अर्जुन की मौत की वायरल हुई तस्वीर ने पूरे देश को झकझोर दिया था. घटना मुजफ्फरपुर जिले के मीनापुर थाने की रानीखैरा पंचायत के शीतलपट्टी गांव में की है, जहां तीन बच्चों की डूबने से हुई मौत के मामले में अब नया मोड़ आ गया है. गुरुवार शाम जब बहन ने इस घटना की सच्चाई बताई तो लोगों के होश उड़ गए.
ऐसे में पुलिस का कहना है कि मां रीना देवी ने अपने बच्चों को बागमती की उपधारा में धक्का देकर गिरा दिया और खुद भी कूद गई. इससे तीन बच्चों की मौत हो गई, जबकि रीना और उसकी बेटी राधा को लोगों ने सुरक्षित बचा लिया. वहीं, मुजफ्फरपुर के जिलाधिकारी आलोक रंजन घोष ने कहा कि मृत बच्चे की मां ने ही अपने बच्चों को पानी में धक्का दे दिया था. इसके बाद वह खुद पानी में कूद गई थी. डीएम ने कहा कि महिला ने अपराध किया है, इसलिए मुआवजा देने का कोई मामला नहीं है. वहीं इस मामले में डीएसपी पूर्वी ने गांव जाकर लोगों से की पूछताछ की, जिसके बाद बच्चे की मां रीना देवी को हिरासत में ले लिया है. इसबीच रीना देवी के पति शत्रुघ्न राम से पूछताछ की जा रही है. यहां उल्लेखनीय है कि पिछले दो दिनों से सोशल मीडिया पर एक मासूम बच्चे की मौत की तस्वीर वायरल हो रही है. दिल दहला देने वाली इस तस्वीर को सोशल मीडिया पर बाढ के दौरान डूबने से हुई मौत कहकर वायरल किया जा रहा है.
इस वीडियो क्लिप ने सबसे ज्यादा दुःखी किया है जी।
— True Indian (@TrueInd26978997) July 17, 2019
😢😢😢😢😢😢 pic.twitter.com/amAwxzVr3i
दरअसल, दो दिन पहले मुजफ्फरपुर के रानीखैरा पंचायत के शीतलपट्टी गांव में बागमती की उपधारा में एक ही परिवार के 3 बच्चे डूबकर मर गए थे. मरने वाले बच्चों में एक 3 महीने का अर्जुन भी था. बच्चे की मां रीना देवी ने बताया कि वह बागमती नदी के तट पर कपड़ा धोने और नहाने गई थी. रीना देवी के साथ उनके 4 बच्चे भी गए थे जो नदी के किनारे खेल रहे थे. तभी अचानक उनका एक बच्चा पानी में फिसल गया. रीना देवी ने बताया कि बच्चे को बचाने के लिए मां और बाकी तीनों बच्चे भी पानी में कूद पडे, लेकिन तेज बहाव में वे सब डूबने लगे.
स्थानीय लोगों ने उन्हें समय रहते देख लिया, जिससे रीना देवी और उनकी एक बेटी राधा को लोगों ने बचा लिया. लेकिन तमाम प्रयासों के बाद भी 3 बच्चे अर्जुन, राजा और बेटी ज्योति को बाहर नहीं निकाला जा सका. हालांकि पति शत्रुघ्न राम ने बताया कि रीना की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है. कुछ दिनों पहले उसे दिमागी बुखार हुआ था. जिसका इलाज चल रहा है. वहीं गांववालों का कहना है कि पति पत्नी के बीच झगड़े की वजह से बच्चों की जान गई है. ऐसे में महिला, उसके पति और गांव वालों के बयान में विरोधाभास के बाद डीएम ने इसकी सच्चाई सबके सामने ला दी है.
वहीं, गुरुवार की देर रात रीना के खिलाफ पति शत्रुघ्न राम के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गई जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया. इससे पहले पांच घंटे की पूछताछ के बाद शत्रुघ्न ने पत्नी के साथ विवाद की बात स्वीकार की. शीतलपट्टी में तीन बच्चों- ज्योति, राजकुमार और अर्जुन की मौत मंगलवार को डूबने से हो गई थी. पहले यह खबर आई थी कि कपड़ा धो रही महिला अपने बच्चों को बचाने के लिए नदी में कूद गयी थी. मृत तीन माह के अर्जुन की तस्वीर वायरल होने के बाद गुरुवार को हरकत में आये प्रशासन ने जांच शुरू की. मौत के मुंह से बाहर निकली आठ वर्षीय राधा कुमारी ने पुलिस को बताया है कि घटना के एक घंटे पहले पापा का फोन पर मां से विवाद हुआ था. इसके बाद मां ने सबको नदी में डूबा दिया. सीओ व अन्य अधिकारियों की रिपोर्ट के बाद डीएम आलोक रंजन घोष ने स्पष्ट कहा कि अब यह बाढ में डूबने का मामला नहीं है. यह बिल्कुल आपराधिक मामला है. इसमें बच्चों की हत्या की गई है.
पुलिस के मुताबिक बच्चे के पिता शत्रुघ्न राम पंजाब में मजदूरी करते हैं. उनकी पत्नी को टीबी की बीमारी है. शत्रुघ्न बेटे की छठ्ठी में आया था. उसे पंजाब गये दो महीनों से कम हुआ है. पत्नी के इलाज में दो लाख से अधिक कर्ज है. उसने ग्रामीणों के अलावा बहन से भी कर्ज ले रखा है. बाहर से कमाकर पैसा भेजा था. उस पैसे में से कर्जदार को लौटाने के लिए बोला था. इसी को लेकर फोन पर तीखी नोकझोक हुई थी.