बिहारः बाहुबली विधान पार्षद रीतलाल ने अपनी बेटी की शादी के लिए छपवाये कार्ड पर लिखवाया, 'आवश्यक सूचना हथियार लाना वर्जित है', हुआ वायरल
By एस पी सिन्हा | Published: January 19, 2020 06:41 AM2020-01-19T06:41:15+5:302020-01-19T06:41:15+5:30
हत्या, रंगदारी और आर्म्स एक्ट के कई संगीन मामलों के आरोप में बेउर जेल में बंद राजद समर्थित विधान पार्षद रीतलाल यादव की बेटी की शादी होने वाली है.
बिहार के बाहुबली और राजद समर्थित विधान पार्षद रीतलाल यादव ने अपनी बेटी की शादी के लिए जो कार्ड छपवाया है, उस कार्ड पर बडे अक्षरों में लिखा गया है 'आवश्यक सूचना हथियार लाना वर्जित है' कार्ड के द्वारा रीतलाल की तरफ से हथियार नहीं लाने की अपील की गई है. अब यह शादी का कार्ड वायरल हो रहा है.
दरअसल, हत्या, रंगदारी और आर्म्स एक्ट के कई संगीन मामलों के आरोप में बेउर जेल में बंद राजद समर्थित विधान पार्षद रीतलाल यादव की बेटी की शादी होने वाली है. आगामी 4 फरवरी को होने वाली शादी के लिए कार्ड छपवाए गए हैं, जो मेहमानों की सूची बनाकर बांटे भी जा रहे हैं. इस कार्ड में विधान पार्षद की ओर से मेहमानों से खास अपील की गई है. कार्ड के ऊपर ही मोटे अक्षरों में लिखा गया है, 'शादी में हथियार लाना वर्जित है'. बेउर जेल में सजा काट रहे बाहुबली विधान पार्षद रीतलाल यादव को अपनी बेटी की शादी में सम्मिलित होने के लिए पटना हाईकोर्ट ने प्रोविजनल बेल दी है. रीतलाल यादव की बेटी की शादी को लेकर उनके पैतृक गांव कोथवा में तैयारियां चल रही हैं.
उनकी छवि को देखते हुए इस बात की पूरी संभावना है कि विधान पार्षद की बेटी की शादी में काफी संख्या में बाहुबली छवि के लोग आ सकते हैं. लिहाजा, उनका परिवार नहीं चाहता है कि शादी को लोग इस रूप में याद रखें. इसलिए शादी के कार्ड पर विशेष निर्देश छपवाया गया है. ऐसे में शादी के कार्ड पर हथियार नहीं लाने की बात आवश्यक सूचना के साथ लिखना चर्चा का विषय बना हुआ है. कहा जा रहा है कि रीतलाल की बेटी की शादी में कई कुख्यात अपराधी भी शामिल हो सकते हैं, जो खुलेआम अवैध हथियार लेकर चलने से परहेज नहीं करते हैं. संभवतः इस तरह के विवाद से बचने के लिए ही रीतलाल यादव की तरफ से शादी के कार्ड पर हथियार नहीं लाने की बात लिखवाई गई है.
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि रीतलाल यादव का छोटा भाई पिंकू यादव और भांजा विनोद यादव भी कुख्यात अपराधी है, जिन पर कई संगीन आपराधिक मामले दर्ज हैं. वहीं शादी में रीतलाल यादव के जेल से बाहर आने के सूचना मिलने पर पुलिस भी सतर्क हो गई है. शादी में आने वाले हर व्यक्ति पर पुलिस की पैनी नजर रहेगी. पुत्री की शादी में शामिल होने के लिए विधान पार्षद रीतलाल यादव को पटना हाईकोर्ट ने अस्थाई जमानत दी है. वह कई संगीन मामलों में विचाराधिन कैदी है और लंबे समय से बेउर जेल में बंद है.
पटना उच्च न्यायालय के न्यायाधीश ए अमानुल्लाह की एकलपीठ ने व्यक्तिगत कारणों की वजह से उसे 15 दिनों की औपबंधिक जमानत दी है. बताया जाता है कि शादी समारोह संपन्न करने के बाद विधान पार्षद रीतलाल यादव को 10 फरवरी को आत्म समर्पण करना होगा. वरीय अधिवक्ता योगेश चन्द्र वर्मा ने कहा कि यादव लंबे समय से जेल में बंद है. एक मामला मनी लॉन्डरिंग का है, जबकि दूसरा मामला अन्य प्रकार के फौजदारी मुकदमे से जुडा है. रीतलाल यादव को बेउर जेल से पहले कुछ दिनों के लिए रीतलाल को भागलपुर की जेल में भी रखा गया था. वहीं कहा जा रहा है कि विधान पार्षद की दिली इच्छा है कि वे अपनी बिटिया का कन्यादान करें. इसलिए उन्हें पेरोल पर जमानत मिला है. इधर, रीतलाल यादव की बेटी की शादी के मद्देनजर पटना के एसएसपी उपेन्द्र शर्मा ने सिटी एसपी वेस्ट को इस मामले पर नजर रखने के निर्देश दिए हैं.
यहां बता दें कि बिहार में अपराध की दुनिया में रीतलाल यादव का नाम नया नहीं है. दानापुर में भाजपा नेता सत्यनारायण सिन्हा की हत्या के बाद उनका नाम चर्चा में आया था. राजद के साथ उनके बेहतर संबंध भी रहे हैं. हालांकि अभी वह राजद समर्थित निर्दलीय विधान पार्षद हैं. लेकिन दानापुर ईलाके में रीतलाल यादव का नाम ही काफी है. अपनी बेटी मीसा भारती को लोकसभा चुनाव में जीत दिलाने के लिए राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने अपनी पगडी हीं रीतलाल यादव के पिता के पैरों पर रख दिया था. हालांकि वह काम नही आया था और मीसा भारती को हार का मुंह देखना पडा था.