'फिरोज खान हम आपके साथ हैं', विरोध के बाद मुस्लिम प्रोफेसर के समर्थन में आए BHU के सैकड़ों छात्र, वायरल हुई तस्वीर
By पल्लवी कुमारी | Published: November 21, 2019 10:10 AM2019-11-21T10:10:38+5:302019-11-21T10:10:38+5:30
बीएचयू संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय के असिस्टेंट प्रोफेसर फिरोज खान के पक्ष में अब बड़ी संख्या में छात्र बुधवार को सड़क पर उतरे। उनका कहना है कि सिर्फ धर्म का मुद्दा बनाकर विरोध नहीं किया जा सकता है।
बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी में इन दिनों राजस्थान निवासी प्रोफेसर डॉ. फिरोज खान को लेकर चर्चा में बना हुआ है। फिरोज खान बीएचयू के संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय के साहित्य विभाग में बतौर असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर नियुक्त हुए हैं। फिरोज खान की नियुक्ति के बाद विश्वविद्यालय के छात्र उनके खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं। तो वहीं कुछ छात्र फिरोज खान के समर्थन में हैं।
आंदोलन कर रहे छात्रों का कहना है कि संस्कृत के लिए मुस्लिम प्रोफेसर की नियुक्ति करना गलत है। यह हिन्दू धर्म का अपमान है। जिसको लेकर यूनिवर्सिटी कैंपस से सोशल मीडिया तक विरोध प्रदर्शन हुए। लेकिन वहीं छात्रों का एक तबका जो फिरोज खान के समर्थन में हैं, उनका कहना है कि शिक्षा का धर्म से कोई लेनादेना नहीं है।
जो छात्र फिरोज खान के समर्थन में उतरे हैं, उनकी एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। उस तस्वीर में कुछ छात्र हाथ में पोस्टर लिए हुए खड़े हैं। पोस्टर में लिखा है, हम आपके साथ हैं डॉ. फिरोज खान। ये तस्वीर बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी के मेन गेट की है।
समर्थन में आए छात्रों का कहना है कि सिर्फ धर्म के आधार पर विरोध ठीक नहीं है। बुधवार की शाम इन छात्रों ने सिंह द्वार पर फिरोज खान के समर्थन में बैनर पोस्टर के साथ प्रदर्शन शुरू किया।
छात्रों का कहना है कि महामना की बगिया बीएचयू में हर धर्म और जाति के लोगों का समान अधिकार है। धर्म के आधार पर किसी की नियुक्ति का विरोध नहीं हो सकता है।
फिरोज खान के पक्ष में बीएचयू के कई पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष भी सामने आए। स्थानीय मीडिया से बात करते हुए शिवकुमार सिंह ने कहा कि महामना मदन मोहन मालवीय ने विश्वविद्यालय की स्थापना इसी उद्देश्य से की थी कि देश-दुनिया के बेहतरीन लोग यहां आकर शिक्षा पाएं और शिक्षण कार्य करें। मुस्लिम के संस्कृत पढ़ाने का विरोध इस भावना का अनादर करना है।
गौरतलब है कि फिरोज खान की नियुक्ति का कुछ छात्र पिछले दस दिनों से विरोध कर रहे हैं। फिरोज खान का विरोध कर रहे छात्रों ने मंगलवार को कुलपति प्रो. राकेश भटनागर की कार पर पानी की बोतल भी फेंकी थी। बुधवार को भी छात्रों का धरना जारी था।
इस मामले पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने क्या कहा?
इस संबंध में विश्वविद्यालय प्रशासन ने पहले भी स्पष्ट किया कि यूनिवर्सिटी के नियमानुसार शिक्षक की योग्यता को देखते हुए नियुक्ति की गई है। कुलपति राकेश भटनागर ने शुक्रवार को डॉ. फिरोज खान की नियुक्ति के विरोध में धरने पर बैठे छात्रों के एक प्रतिनिधिमंडल को आवास पर बुलाकर करीब दो घंटे चर्चा की। इससे पहले कुलपति ने संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय प्रमुख और संकाय के सभी विभागाध्यक्षों के साथ भी विस्तार से चर्चा की।