Viral Video: मध्य प्रदेश के भोपाल से हैरान करने वाला वीडियो वायरल हो रहा है जिसने कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में कुछ युवक एक फ्लैट में जबरन घुसते नजर आ रहे हैं जिनका विरोध घर में मौजूद लड़किया करती है लेकिन वह नहीं मानते। घटना भोपाल की आवासीय सोसायटी न्यू मिनाल रेजीडेंसी में बुधवार रात की है।
जानकारी के अनुसार, देर रात नशे में धुत दो युवकों ने एक अपार्टमेंट में घुसकर 20 वर्षीय महिला के साथ मारपीट की। उसकी चीखें सुनकर उसका भाई अपने कमरे से बाहर आया और आरोपियों के साथ हिंसक झड़प में शामिल हो गया।
पूरी घटना का वीडियो बना लिया गया और अब इसे सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया जा रहा है। nd_news_bhopal के इंस्टाग्राम हैंडल से पोस्ट किए गए वीडियो में महिला का भाई हमलावरों में से एक को कॉलर से पकड़े हुए और चिल्लाते हुए दिखाई दे रहा है, "तुम कमरे में कैसे आए?" आरोपी महिला के पड़ोसी थे और दोनों के बीच कुछ विवाद चल रहा था।
आरोपी युवक बगल के फ्लैट में रहते थे
गौरतलब है कि यह घटना बुधवार की आधी रात को न्यू मिनाल रेजीडेंसी के ब्लॉक 3 में हुई। पड़ोसी अपार्टमेंट में रहने वाले दो युवक घर में घुस आए और महिला के साथ मारपीट की। जब महिला के भाई ने उनसे पूछताछ की तो उन्होंने अपने और साथियों को बुला लिया। आरोपी ने अपने साथियों के साथ मिलकर भाई के साथ मारपीट की और भाई-बहन को धमकाया।
प्राइवेट जॉब करने वाली महिला और उसका छात्र भाई सदमे में हैं। महिला मूल रूप से रीवा की रहने वाली है।
अयोध्या नगर पुलिस ने हमलावरों के खिलाफ छेड़छाड़ समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज किया है। टीआई महेश लिलारे के मुताबिक 20 वर्षीय महिला अपने चचेरे भाई के साथ मीनल रेजीडेंसी में रह रही है और प्राइवेट कॉलेज से बीटेक की पढ़ाई कर रही है। हमलावर अभि और अवि उसके पड़ोसी हैं। हमलावरों और महिला के भाई के बीच विवाद चल रहा है।
बुधवार रात करीब डेढ़ बजे दोनों हमलावर महिला के फ्लैट में घुसकर उसके भाई से मारपीट करने लगे।
आरोपी युवक भाग गए
टीआई लिलारे ने बताया कि आरोपियों की तलाश में दो टीमें लगी हैं। उनका फ्लैट फिलहाल बंद है और फ्लैट का इंतजाम करने वाले ब्रोकर से भी पूछताछ की जा रही है।
घटना की सूचना डायल 100 को दी गई तो पुलिस मौके पर पहुंची। हालांकि हमलावर पुलिस के सामने भी भाई को धमकाते रहे। स्थानीय पुलिस स्टेशन, अयोध्या नगर में कथित तौर पर रात के समय स्टाफ की कमी थी और महिला के मामले को ठीक से संभालने के लिए महिला अधिकारियों की भी कमी थी।