सड़क हादसे में पति की हुई थी मौत, 3 साल बाद पत्नी ने बेटे को दिया जन्म
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: August 20, 2018 06:19 PM2018-08-20T18:19:10+5:302018-08-20T18:19:10+5:30
सुप्रिया ने अपने ब्लॉग मे बताया कैसे उनके पति के मौत से पहले ही उन्होंने अपनी माँ से बात करके कोई खुशखबरी देने की उम्मीद दीं थी।
बेंगलूरु, 20 अगस्त: बेंगलूरु की एक महिला जिसने 3 साल पहले 2015 में अपने पति को सड़क दुर्घटना में खो दिया था, तीन साल बाद उसी दिन मुबंई के एक हॉस्पिटल में बेटे के जन्म लेने से यह दिन सुप्रिया के जीवन का शुभ दिन बन चुका है। बता दें कि यह बच्चा तकनीकी विकास से हुआ है। उनके इस बच्चे के आने से उनके जीवन मे खुशियां आई है वह सरोगेसी से हुआ है।
सुप्रिया जैन ने खुद इस चमत्कार के बारे में बताया है। सुप्रिया जो 30 वर्ष की हैं उनकी शादी 5 साल पहले गौरव जैन से हुई जब उन दोनों ने अपने जीवन के लिए एक फैसला लिया। माता-पिता ना बनने के कारण उन्होंने आईवीएफ तकनीकी का इस्तेमाल लेने का निर्णय लिया। इस प्रक्रिया के कुछ दिन बाद ही उनके पति की सड़क दुर्घटना मे मौत हो गई, जिससे मानो सुप्रिया की दुनिया ही उजड़ गई हो।
सुप्रिया ने अपने ब्लॉग मे बताया कैसे उनके पति के मौत से पहले ही उन्होंने अपनी माँ से बात करके कोई खुशखबरी देने की उम्मीद दीं थी। इसके बाद सुप्रिया ने अपने पति के बच्चे को जन्म देने का मन बनाया और डॉ फिरुजा पारिख से मुलाकात की। डॉक्टर ने बताया यह प्रक्रिया बहुत मुश्किल थी।
डॉक्टर पारिख ने बताया कैसे उनके लिए सुप्रिया के पति का स्पर्म को संभालकर रखना बहुत मुश्किल था। कई बार आईवीएफ तकनीक फेल होने के कारण उन्होंने सरोगेट ढूंढने का फैसला किया। आखिर मे यही तकनीक काम आई।
हर साल सुप्रिया अपने पति की पुण्यतिथि से पहले अपना शहर छोड़के चली जाती थी। इस साल वो बाली में थी जहॉ उन्हें फोन कॉल आया और खुशखबरी मिली कि वो माँ बन चुकी हैं और उनके बेटे ने इस दुनिया में जन्म ले लिया है। जैसे ही सुप्रिया को इस खबर का पता चला उसी समय सुप्रिया फ्लाइट लेके इंडिया वापस आ गयीं।
सुप्रिया कहती हैं कि मैं उम्मीद कर रही हूँ कि मेरा बेटा मेरे पति गौरव की तरह दिखता होगा। मुझे बच्चा नहीं गौरव का बच्चा चाहिए। बेटे के जन्म लेने से सुप्रिया को अपने पति की पुण्यतिथि पर अपने पति की याद नहीं आएगी जिससे उन्हें अपना शहर छोड़कर नहीं जाना होगा।