एम्बुलेंस ड्राइवर ने की अजब हरकत, शराब पीने के लिए रास्ते में रोक दी गाड़ी! मरीज को भी दिया
By भाषा | Published: December 20, 2022 05:56 PM2022-12-20T17:56:10+5:302022-12-20T17:57:54+5:30
ओडिशा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। बताया जा रहा है कि वीडियो जगतसिंहपुर नगर का है। वीडियो में अस्पताल जाने के दौरान एम्बुलेंस ड्राइवर वाहन रोक कर शराब पीता नजर आता है।
जगतसिंहपुर: ओडिशा के जगतसिंहपुर नगर में एक एम्बुलेंस चालक ने अस्पताल जाने के दौरान रास्ते में शराब पीने के लिए अपने वाहन को रोक दिया और अपने घायल यात्री को भी शराब की पेशकश की। सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस घटना के वीडियो में एम्बुलेंस चालक तीर्तोल इलाके में एक राजमार्ग के किनारे अपने वाहन को खड़ा करते हुए देखा जा सकता है। इसी दौरान उसने शराब पी और मरीज को भी शराब की पेशकश की।
एम्बुलेंस चालक एक बार में अपनी शराब पी गया, जबकि एक पैर में प्लास्टर के साथ स्ट्रेचर पर लेटे हुए मरीज को धीरे-धीरे शराब पीते हुए देखा जा सकता है। यह अजीबोगरीब घटना सोमवार को तब सामने आई, जब एम्बुलेंस के पास खड़े लोगों ने इसका वीडियो बना लिया और उसे सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया। जब चश्मदीदों ने शराब पीने को लेकर चालक का विरोध किया, तो उसने दावा किया कि मरीज ने खुद पीने के लिए कहा था।
Rapid spread of boozing in Odisha thanks to the liberal liquor licensing and trade policy of @exciseodisha . HCM @Naveen_Odisha knows that cheerful voters are the best way to win 5 times !
— Biswajit Mohanty 🍀🐯 କଳିଙ୍ଗ ପୁତ୍ର (@biswajitmohanty) December 20, 2022
Peg Therapy By Ambulance Driver In Odisha Goes Viral https://t.co/PdJ8M5poMZ#otv
इस दौरान एम्बुलेंस में एक महिला और एक बच्चा भी था। इस वीडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि हम नहीं कर सकते हैं। जगतसिंहपुर के मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी (सीडीएमओ) डॉ क्षेत्रबासी दास ने कहा, ‘‘चूंकि यह एक निजी एम्बुलेंस थी, इसलिए हमारे पास कहने के लिए कुछ नहीं है। लेकिन आरटीओ और संबंधित पुलिस थाने को दोषी चालक के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।’’
घटना से आक्रोशित क्षेत्र के लोगों ने घटना की जांच और एम्बुलेंस चालक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। तीर्तोल पुलिस थाने के प्रभारी निरीक्षक जुगल किशोर दास ने कहा कि इस घटना के सिलसिले में कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं की गई है और प्राथमिकी दर्ज होने पर ही जांच शुरू की जाएगी।