पहले डेंगू-मलेरिया की चपेट में आए, फिर कोरोना के बाद कोबरा ने काटा, इस शख्स ने दी मौत को मात
By राजेन्द्र सिंह गुसाईं | Published: November 23, 2020 11:41 AM2020-11-23T11:41:01+5:302020-11-23T11:54:45+5:30
ब्रिटिश नागरिक इयान जोनस राजस्थान में पारंपरिक कलाकारों के लिए काम करते हैं, लेकिन यहां उन्हें एक के बाद एक बीमारी ने अपनी गिरफ्त में ले लिया...
जोधपुर में एक ब्रिटिश नागरिक के साथ कुछ ऐसा हुआ, जिसने एक बार फिर 'जाको राखो साईयां मार सके ना कोई' कहावत को सार्थक कर दिया है। एक ओर जहां इस वक्त पूरा विश्व कोरोना के खौफ में है, वहीं दूसरी तरफ इयान जोनस नाम के इस शख्स को पहले डेंगू और मलेरिया हुआ। इसके बाद वह कोरोना की चपेट में भी आ गए।
मौत को दी इयान ने मात
इतना जानकर आपको हैरानी जरूर हुई होगी और इयान की चिंता भी, लेकिन आपको बता दें कि ये सिलसिला यहीं नहीं रुका, कोरोना संक्रमित होने के कुछ दिन बाद इयान को कोबरा सांप ने भी डस लिया, लेकिन इस व्यक्ति ने मौत को भी मात दे दी।
जोधपुर के हॉस्पिटल में चला इलाज
इयान जोनस का इलाज जोधपुर के एक अस्पताल में चला और अब वह खतरे से पूरी तरह बाहर हैं। डॉक्टर भी इसे चमत्कार मान रहे हैं। हालांकि कोबरा सांप के काटने से उनकी आंखों की रोशनी जरूर कम हो गई है, लेकिन खुशी की बात ये है कि इयान की कोरोना रिपोर्ट भी अब नेगेटिव आ गई है और उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया है।
स्थानीय कारीगरों की मदद करते हैं इयान
बता दें कि जोनस राजस्थान के स्थानीय कारीगरों की मदद का कार्य करते हैं। जोनस यहां कारीगरों की बनाई पारंपरिक शिल्प को अपनी चैरिटी संस्था के जरिए ब्रिटेन में बिकवाने में मदद करते हैं। जोनस की कंपनी का मकसद ऐसे कारीगरों की आर्थिक तंगी खत्म करना है।
ब्रिटेन नहीं लौट सके इयान, लेकिन खुश है परिवार
भले ही इयान जोनस कोरोना की वजह से ब्रिटेन नहीं जा सके, लेकिन 4 बीमारीयों के बावजूद उन्होंने मौत को शिकस्त दी है और इससे उनका परिवार बेहद खुश है। वह इसके लिए ईश्वर का शुक्रिया अदा कर रहा है। वहीं स्थानीय लोग इसकी वजह जोनस की अच्छी नीयत को बता रहे हैं। उनके मुताबिक जो व्यक्ति यहां गरीब कारीगरों की मदद से लिए आया हो, उसे कोई भी बीमारी हरा नहीं सकती है।