फोटो: 17 साल का यह लड़का दुर्लभ बीमारी से है पीड़ित-दिखता है 'भालू' की तरह, दुनिया में केवल 50 लोगों को है यह परेशानी, जानें पूरा मामला
By आजाद खान | Published: November 23, 2022 07:52 PM2022-11-23T19:52:36+5:302022-11-23T19:59:46+5:30
भोपाल: मध्य प्रदेश के रतलाम में एक 17 साल के बच्चे के पूरे शरीर में काले और घने बाल होने का एक असामान्य मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि रतलाम के छोटे से गांव नंदलेटा के रहने वाले ललित पाटीदार को एक खास बीमारी है जो दुनिया में बहुत कम लोगों को है।
इस बीमारी के चलते ललित को काफी परेशानी और अपमान भी सहना पड़ता है। यह मामला तब सामने आया जब ललित पहली बार अपनी इस बीमारी के बारे में एक अखबार को जानकारी दी है। सोशल मीडिया पर एक तरफ जहां कुछ लोग ललित के इस बीमारी के बारे में चर्चा कर रहे है, वहीं दूसरी ओर कुछ लोग इसे इस बीमारी से लड़ने के लिए हिम्मत दे रहे है।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार, 12वीं में पढ़ने वाले ललित ने बताया कि वह "वेयरवोल्फ सिंड्रोम" नामक एक बीमारी से जूझ रहा है। इस बीमारी में लोगों के पूरे बदम नें लंबे और काले-घने बाल उग जाते है जिससे वह किसी जंगली जानवर की तरह लगता है। लोग उसे 'भालु' समझकर डर जाते है और कभी-कभी पत्थर भी मारने लगते है।
Lalit Patidar (17), who suffered from "werewolf syndrome", which is seen in only 50 people, said, "My school friends used to make fun of me, they would shout at me as a monkey. People say it's very scary, and people also make fun of me by calling me a ghost." #sundayvibespic.twitter.com/9npFegf3ss
— KASİDE (@zakkumec) November 20, 2022
ठीक इसी तरह ललित के भी चेहरे, मुंह, हथेलियों, तलवों, छाती और पीठ पर लंबे-घने बाल उग गए थे जिससे लोग उसे देख कर डर जाते है। यही नहीं ललित को अपने इस बीमारी के चलते लोगों द्वारा ताना, बोली और पत्थर भी खाने पड़ते है।
दुनिया में केवल 50 लोगों को है यह बीमारी
अपने इस बीमारी के बारे में बोलते हुए ललित ने बताया कि उसे बचपन से ही यह बीमारी है और इसके बारे में उसे पहली बार छह सात के बाद पता चला था। जब उसके शरीर में ज्यादा बाल दिखने लगे तो उसके घर वालों ने उसे डॉक्टर को दिखाया जिसने उन्हें इस बीमारी की जानकारी दी थी। डॉक्टरों की माने तो यह बहुत ही असामान्य बीमारी है और ये दुनिया में केवल 50 लोगों को ही है।
ललित ने बताया कि उसके घर में यह बीमारी किसी और को नहीं है और वह ही केवल इस पीड़ित है। इस बीमारी से परेशान ललित को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है और वह सही से बाहर भी नहीं निकल पाता है। ललित के पिता एक किसान है और उसकी मां एक गृहिणी है। ऐसे में ललित पढ़ाई के साथ अपने पिता के साथ खेतों में उनकी मदद भी करता है।