13 तोतों की दिल्ली कोर्ट में हुई पेशी, जानें वजह और कसूर?
By पल्लवी कुमारी | Published: October 17, 2019 11:13 AM2019-10-17T11:13:34+5:302019-10-17T11:13:34+5:30
तोतों को अवैध तरीके से तस्करी कर एक आरोपी उज्बेकिस्तान स्थित ताशकंद ले जा रहा था। जिसके बाद तोतों को दिल्ली के पटियाला कोर्ट में पेश किया गया।
दिल्ली के पटियाला कोर्ट में 16 अक्टूबर को 13 तोतों की पेशी हुई। कोर्ट में तोतों को देख हर कोई हैरान रह गया है। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर इन तोतों का क्या कसूर है। असल में अनवार्जों रखमतजोनोव नाम के उज्बेक नागरिक को सीआईएसएफ की टीम ने इंदिरा गांधी एयरपोर्ट से उस वक्त गिरफ्तार किया, जब वह इन तोतों को देश से बाहर ले जाने की कोशिश कर रहा था। जांच के बाद इस उज्बेक नागरिक के पास से अलग-अगल डिब्बों में तोतों को बरामद किया गया था।
कोर्ट ने सभी 13 तोतों को बर्ड सैंक्चुअरी में भेज दिया है। तोतों को ओखला बर्ड सैंक्चुअरी में रखा जाएगा। टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए कस्टम के वकील पी. सी. शर्मा ने कहा कि कानून के मुताबिक आपराधिक मामले से जुड़ी किसी भी संपत्ति को केस प्रोपर्टी माना जाता है। चूंकी ये तोते जिंदा थे इसलिए उन्हें कोर्ट में वन्यजीव अधिकारियों को सौंपे जाने के लिए पेश किया गया था।
बता दें कि भारत में वाइल्ड लाइफ एक्ट के मुताबिक, तोतों को एक्सपोर्ट किया जाना प्रतिबंधित है। आरोपी उज्बेक नागरिक को कोर्ट ने 30 अक्टूबर तक के लिए न्यायिक हिरासत में जेल भेजा दिया है। पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया है कि उसने पुरानी दिल्ली में एक फेरीवाले से तोते खरीदे थे।
आरोपी तोते को उज्बेकिस्तान स्थित ताशकंद ले जा रहा था। आरोपी खुद भी ताशकंद का रहने वाला वाला है।