11 साल की बच्ची के हॉर्न न बजाने के विचार से प्रभावित हुए आनंद महिन्द्रा, पत्र का ट्वीट कर दिया जवाब
By नियति शर्मा | Published: April 8, 2019 04:45 PM2019-04-08T16:45:53+5:302019-04-08T16:45:53+5:30
महिन्द्रा ग्रुप के चेयरपर्सन आन्नद महिन्द्रा को 11 साल की एक बच्ची ने हॉर्न बजाने की समस्या के बारे में लिखा खत। खत में इस समस्या से निपटने के समाधान भी शामिल थे।
रोजमर्रा की जिंदगी में वाहनों से यात्रा करने वाले लोग अक्सर अनावश्यक हॉर्न बजाते हैं। इस मुद्दे को एक 11 साल की बच्ची ने उठाया। इस बच्ची ने महिन्द्रा ग्रुप के चेयरपर्सन आनंद महिन्द्रा को हॉर्न से होने वाले शोर को कम करने के सुझाव के साथ पत्र लिखा था। इस पत्र का आन्नद महिन्द्रा ने जवाब दिया और इसे ट्वीट कर शेयर किया। यह ट्वीट शेयर होते ही वायरल हो गया है।
आनंद महिन्द्रा ने ट्वीट कर लिखा, 'वयस्त दिन के बाद जब आपको कोई ऐसा ईमेल भेजता है तो वह पढ़ कर आपके दिन भर की थकान गायब हो जाती है, मुझे पता है कि मैं इस बच्ची की तरह सोचने वाले लोगों के लिए ही काम करता हूं, जो दुनिया को एक बेहतर और शांत जगह बनाना चाहते है।' महिन्द्रा ने बच्ची महिका मिश्रा के पत्र की तस्वीर के साथ यह ट्वीट किया।
At the end of a tiring day, when you see something like this in the mail..the weariness vanishes...I know I’m working for people like her, who want a better—and quieter world! pic.twitter.com/lXsGLcrqlf
— anand mahindra (@anandmahindra) April 3, 2019
माहिरा मिश्रा ने अपने खत में लिखा था, 'वह कई बार ड्राइव पर गई है जहां उन्होंने लोगों को अनावश्क रुप से ट्रैफिक में हॉर्न बजाते हुए देखा है। पर उन्हें यह नहीं समझ आता कि ट्रैफिक में हॉर्न बजाने से वाहन आगे नहीं बढ़ेंगे और इससे केवल ऊर्जा की हानि होगी।'
इसके बाद माहिरा ने अनावश्क हॉर्न बजाने पर नियंत्रण करने का सुझाव देते हुए कहा कि 'अगर सभी 10 मिनट में केवल 5 बार ही हॉर्न बजाए और 10 मिनट में हॉर्न मिलाकर 3 मिनट से ज्यादा न हो। तभी हम इस शोर को कम कर सड़कों को अधिक शांत कर सकते हैं।'
यह ट्वीट शेयर होते ही वायरल हो गया। लोगों ने इस ट्वीट को बहुत पसंद किया और बच्ची के सुझाव को भी बहुत पसंद किया गया। लोगों ने इस ट्वीट पर कमेंट कर लिखा, 'यह सुझाव कॉमन सेन्स से भरा हुआ है। ऐसे आइडिया केवल बच्चों से ही आ सकते हैं।'
एक यूजर ने आन्नद महिन्द्रा को लिखा कि वह यह देखना पसंद करेंगे जब कार में अनावश्क हॉकिंग को रोकने के लिए फ्रीक्वेंसी सेटिंग्स कर दी जाए जिसमें 10 मिनट में केवल 5 बार ही हॉर्न बजा सकते हैं।
Brilliant idea brimming with commonsense. Could only come from a child. Would love to see your take if a honking frequency could be pre-set in cars.
— Harsh Kathuria (@Hershkathuria) April 3, 2019
How sweet...Children see the world through a lens we've almost forgotten to clean & rinse.
— Gomathi Karri Reddy 🇮🇳 (@GomathiKarri) April 4, 2019
It would be nice to see her suggestion being implemented.
How about implementing laws to limit the number of honks allowed for a vehicle. Say 20 honks per month. Beyond that drivers have to pay a small fine for each time they honk. Devices to register the number of honks can be installed in vehicles and would be cheap as well.
— Richish (@RichishJain) April 5, 2019
Very well written by you 'mahika'.
— Ashish kushwah (@ashishkushwah07) April 4, 2019
Loved your innovative idea and vision. Hope to see some changes in near future @anandmahindra .
When electric cars will be available with some descent range?????
— Dr Pavail (@drpavail) April 3, 2019