पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में मंदिर को भीड़ ने तोड़ा, लगाई आग
By गुणातीत ओझा | Published: December 30, 2020 10:45 PM2020-12-30T22:45:31+5:302020-12-30T22:46:16+5:30
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कोहाट के करक जिले में बुधवार को उन्मादी भीड़ ने एक हिंदू मंदिर को तहस-नहस कर दिया।
पाकिस्तान (Pakistan) के खैबर पख्तूनख्वा (Khyber Pakhtunkhwa) प्रांत के कोहाट के करक जिले में बुधवार को उन्मादी भीड़ ने एक हिंदू मंदिर (Hindu Temple) को तहस-नहस कर दिया। भीड़ ने मंदिर को आग के हवाले भी कर दिया। पाकिस्तान में हुई इस धार्मिक बर्बरता का वीडियो सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल हो रहा है। वीडियो में कई लोग मंदिर की दीवारों और छत को तोड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं। वहीं मंदिर पर भीड़ ने इस कदर हमला किया कि वहां मंदिर मलबे में तब्दील हो गया। पाकिस्तान में मंदिर को तोड़ने की यह घटना पहली नहीं है, इससे पहले भी पाकिस्तान में मंदिरों पर हमले होते रहे हैं।
ट्विटर पर इस वीडियो को नायला इनायत नाम की पत्रकार ने ट्वीट किया है। उनके द्वारा ट्वीट किए गए वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि भारी संख्या में लोगों की भीड़ मंदिर को तोड़ रही है और आग लगा रही है। नायला के मुताबिक हिंदुओं ने मंदिर का विस्तार करने के लिए प्रशासन से अनुमति ली थी। करक जिले के तेरी गांव में स्थित ऐतिहासिक मंदिर और परमहंस जी महाराज की समाधि का 2015 में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुसार जीर्णोद्धार और विस्तार किया जा रहा था। इस मंदिर को इससे पहले 1997 में एक स्थानीय मुफ्ती ने नष्ट कर दिया था और इस पर अवैध कब्जा कर लिया था।
कई लोगों ने इस घटना को 'शर्मनाक' करार दिया है। लोग घृणा फैलाने वाले इस कृत्य की निंदा कर रहे हैं। बता दें कि पाकिस्तान में हिंदु अल्पसंख्यकों पर अत्याचार और जबरन धर्म परिवर्तन की खबरें लगातार आती रहती हैं।
अभी हाल ही में पाकिस्तान की सरकार ने इस्लामाबाद में हिंदू मंदिर निर्माण की अनुमति दी है। यहां भी मंदिर निर्माण का कार्य कट्टर इस्लामिक समूहों के दबाव की वजह से रुक हुआ था। कैपिटल डेवलपमेंट अथॉरिटी (सीडीए) ने बीते सोमवार को लाहौर में एक अधिसूचना जारी करते हुए इस्लामाबाद के सेक्टर-9/2 में हिंदू समुदाय की श्मशान भूमि की चारदीवारी निर्माण की अनुमति दे दी। इससे पहले कुछ कट्टरवादी धर्मगुरुओं ने सरकार को चेतावनी दी कि वे इस्लामाबाद में मंदिर के निर्माण की अनुमति न दें।