दस हजार इनाम रखकर कोरोना संक्रमित तबलीगी जमात वालों की तलाश में यूपी पुलिस
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 11, 2020 06:23 PM2020-04-11T18:23:29+5:302020-04-11T18:23:58+5:30
दिल्ली से तबलीगी जमात में शामिल होकर उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों में लौटे और बिना टेस्ट कराए घरों में रह रहे लोगों के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए यूपी पुलिस ने नया तरीका निकाला है. पुलिस ऐसे लोगों के बारे में जानकारी देने वालों को 10000 रुपये का ईनाम देगी. इस पुरस्कार का एलान खुद बुलंदशहर के एसएसएपी संतोष कुमार सिंह ने किया.
बुलुंदशहर के अलावा आज़मगढ़ में भी कुछ ऐसा ही हाल है. आज़मगढ़ पुलिस ने अब तक अलग-अलग मदरसों, मस्जिदों और घरों में छिपे 33 जमात कार्यकर्ताओं का पता लगाकर उनकी जांच कराई और क्वारटाइन में भेज दिया है. आजमगढ़ में भी ऐसे कई मामले सामने आए हैं जहां जमात के कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद जिले में लौटे लोगों ने किसी तरह की जांच नहीं कराई हैं. आजमगढ़ पुलिस ने भी जांच से बचने की कोशिश कर रहे जमात के कार्यकर्ताओं की जानकारी देने पर इनाम की घोषणा की. लेकिन आजमगढ़ में इनाम की रकम बुलंदशहर थोड़ी कम है, यहां जानकारी देने वालों को पांच हजार रुपये के एलान किया है.
इसके अलावा जिलाधिकारी ने कोरोना वायरस को और फैलने ने रोकने के लिए एहतियात के तौर पर जिले के 26 जगहों को विशेष क्षेत्र घोषित कर दिया है. इन विशेष क्षेत्रों में घर-घर जा कर स्क्रीनिंग की जा रही है. इस स्क्रीनिंग में दो महीने तक घर के हर आदमी के कहीं भी आने जाने की जानकारी के अलावा, सर्दी, खांसी, जुकाम के साथ ही परिवार के बुजुर्ग सदस्यों के बारे में जानकारी ली जा रही है.
आजमगढ़ के एसपी त्रिवेणी सिंह का दावा है कि कई जमात कार्यकर्ता अभी भी छिपे हुए हैं. वो कहते हैं कि पुलिस की अपील हैं कि अगर जमात के लोग समय पर बाहर आकर जांच करा लें तो उन पर एक्शन नहीं लिया जाएगा. आगे पुलिस चेतावनी देती है कि अगर हमें उनके छिपे होने की जानकारी किसी और से मिली तो इन लोगों के खिलाफ कठोर एक्शन होगा. बुलंदशहर की तरह आजमगढ़ पुलिस ने भी कहा कि जमात के लोगों के बारे में जानकारी देने वाले का नाम-पता तो गुप्त रखा ही जाएगा साथ इनाम भी मिलेगा. आजमगढ़ प्रशासन ने जिले के मुबारकपुर में 5 कोरोनावायरस संक्रमित मरीज मिलने के बाद इलाके को सील कर दिया है. इन चार में तीन संक्रमित लोगों की दूसरी रिपोर्ट नेगेटिव आई थी. मुबारकपुर को सील करने के बाद तीन किलोमीटर के इलाके को सैनाटाइज़ किया जा रहा है.