कैबिनेट बैठक में दिखी 'सामाजिक दूरी' से क्या सीखेंगे लोग
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 25, 2020 06:24 PM2020-03-25T18:24:59+5:302020-03-25T18:24:59+5:30
स्वास्थ एवं परिवार कल्याण विभाग के आंकड़ों के हिसाब से देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़कर बुधवार को 512 से ज्यादा हो गए जबकि इससे मरने वालों की संख्या 9 हो गयी है. कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे के बीच एक शब्द आप बार बार सुन रहे होंगे सोशल डिस्टेंसिंग. पीएम बार-बार अपने संबोधनों में सोशल डिस्टेंसिंग की अपील करते रहे हैं. जनता कर्फ्यू के दौरान भी पहले तो लोग सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर लापरवाह दिखे लेकिन धीरे धीरे उसे इसका पालन करना शुरू किया है. जनता तक सही मैसेज देने के लिए बारी थी इस बार उसे प्रैक्टिकली कर के दिखाने की तो पीएम ने खुद इसकी मिसाल पेश की. आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में 7 लोक कल्याण मार्ग में कैबिनेट की बैठक के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का उदाहरण देखने को मिला. इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी सहित सभी मंत्री भी करीब एक-एक मीटर की दूरी पर बैठे.
कोरोना वायरस संकट से लड़ने के लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल की हुई बैठक में इस बार, पहले की तरह बड़ी अंडाकार मेज नहीं थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा उनके मंत्रिमंडल के सहयोगी एक निश्चित दूरी बनाकर कुर्सियों पर बैठे.. तस्वीरों में आप देख सकते हैं कि केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में मंत्री एक दूसरे से दूरी बना कर और प्रधानमंत्री की ओर मुखातिब होकर कुर्सियों पर बैठे नजर आए. उनकी कुर्सियों के बगल में छोटी मेजें थीं जिन पर उनके दस्तावेज रखे थे . आम तौर पर केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में मंत्रीगण अंडाकर मेज के इर्द गिर्द कुर्सियों पर बैठे होते हैं . कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए इससे निपटने के लिये प्रधानमंत्री मोदी सामाजिक दूरी बनाये रखने की वकालत करते रहे हैं . दुनिया भर के एक्सपर्ट कोरोना को फैलने से रोकने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग को अपनाने पर जोर दे रहे हैं. पीएम ने मंगलवार को कोरोना वायरस से निपटने के लिये 21 दिन के देशव्यापी लॉकडाउन की एलान किया है.
पीएम मोदी ने 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा करते हुए अपने संबोधन में कहा कि अगर लापरवाही बरती गई तो देश को बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है. इस बीच बुधवार को कई जगहों पर किराने की दुकान पर भी सोशल डिस्टेंसिंग के लिए घेरा बनाए जाने की तस्वीर सामने आई. लोगों को हिदायत दी गई कि वे इस घेरे में ही खड़े रहें.