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Arunachal Pradesh में China के गांव के दावे पर बवाल, Congress ने Modi Govt से मांगा जवाब

By गुणातीत ओझा | Published: January 19, 2021 10:12 PM2021-01-19T22:12:08+5:302021-01-19T22:12:50+5:30

वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी चिदंबरम (P Chidambaram) ने भाजपा (BJP) सांसद तापिर गाओ (Tapir Gao) के दावों पर सोमवार को सरकार से जवाब मांगा जिसमें गाओ ने कहा था कि चीन ने अरुणाचल प्रदेश के भीतर विवादास्पद क्षेत्र में सौ घरों के एक गांव का निर्माण कर लिया है।

अरुणाचल में चीनी 'कब्जा'
क्या सरकार चीन को दे देगी क्लीन चिट?

चीन (China) द्वारा अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) में बसाए गए गांव की रिपोर्ट्स पर अब सियासत शुरू हो गई है। विपक्ष ने मोदी सरकार (Modi Govt) पर निशाना साधना शुरू कर दिया है। इस कड़ी में वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी चिदंबरम (P Chidambaram) ने भाजपा (BJP) सांसद तापिर गाओ (Tapir Gao) के दावों पर सोमवार को सरकार से जवाब मांगा जिसमें गाओ ने कहा था कि चीन ने अरुणाचल प्रदेश के भीतर विवादास्पद क्षेत्र में सौ घरों के एक गांव का निर्माण कर लिया है। चिदंबरम ने ट्वीट कर कहा यदि यह सच है, तो यह स्पष्ट है कि चीनियों ने विवादित क्षेत्र को चीनी नागरिकों के स्थायी बंदोबस्त में बदलकर यथास्थिति बदल दी है। इन चौंकाने वाले तथ्यों के बारे में सरकार का क्या कहना है? क्या सरकार चीन को एक और क्लीन चिट देगी?  या सरकार स्पष्टीकरण देने के लिए पिछली सरकारों पर दोषारोपण करेगी?

भाजपा सांसद तापिर गाओ ने दावा किया है कि अरुणाचल प्रदेश में भारतीय क्षेत्र के भीतर 'विवादित क्षेत्र' में, चीनियों ने पिछले साल में 100-घर गांव, एक बाजार और दो-लेन की सड़क का निर्माण किया है। चीन ने भूटान के बाद अब भारत के अरुणाचल प्रदेश की सीमा के अंदर गांव बसा लिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक यह गांव अरुणाचल प्रदेश में वास्‍तविक भारतीय सीमा के करीब 4.5 किमी अंदर स्थित है। यह गांव त्सारी चू नदी के किनारे पर मौजूद है और इसमें करीब 101 घर भी बनाए गए हैं। गौरतलब है कि भारतीय राज्य अरुणाचल प्रदेश को चीन अपना क्षेत्र मानता है।

ताजा सैटलाइट इमेज एक नवंबर 2020 की है जिसमें गांव नजर आ रहा है। इससे एक साल पहले की तस्‍वीर में यह गांव नजर नहीं आ रहा है। उल्लेखनीय है कि नवंबर 2020 में बीजेपी के अरुणाचल प्रदेश के सांसद तापिर गावो ने लोकसभा को चेतावनी दी थी कि उनके राज्‍य में चीन की घुसपैठ बढ़ रही है। उन्‍होंने ऊपरी सुबनसिरी जिले का विशेष रूप से उल्‍लेख किया था। गावो ने अब एनडीटीवी से बातचीत में कहा कि चीन का निर्माण अभी जारी है। अगर आप नदी के रास्‍ते को देखेंग तो चीन सुबनसिरी जिले में सीमा के भीतर 60 से 70 किमी अंदर घुस आया है। तस्वीरों से तय है कि एक साल के अंदर ही चीन ने भारत की सीमा में घुस कर पूरा गांव बसा दिया है। इससे पहले अक्‍टूबर में चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्‍ता ने कहा था कि कुछ समय से भारतीय पक्ष अपने आधारभूत ढांचे का सीमा पर व‍िकास कर रहा है और सेना की तैनाती कर रहा है जो विवाद का मुख्‍य विषय है। हालांकि तस्‍वीरों से साफ नजर आ रहा है कि चीनी गांव के पास भारत की कोई रोड नहीं है और न ही कोई आधारभूत ढांचा है। 

अरुणाचल प्रदेश में चीनी निर्माण के दावे पर भारतीय विदेश मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि भारत की नजर सभी घटनाक्रम पर है। विदेश मंत्रालय ने उन रिपोर्ट्स के जवाब में कहा कि भारत की सुरक्षा पर असर डालने वाले सभी घटनाक्रमों पर हमारी नजर है। भारत ने भी सीमा पर अपनी ताकत को बढ़ाया है और सड़कों और पुलों का निर्माण किया है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि हमने सीमावर्ती क्षेत्रों में चीन के निर्माण कार्य की रिपोर्ट देखी है। चीन पिछले कई सालों से इस तरह के निर्माण गतिविधियां कर रहा है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि चीन की हर हरकत पर हमारी पैनी नजर है। इसके जवाब में हमने भी सड़कों और पुलों का निर्माण किया है। सीमावर्ती इलाकों में बुनियादी ढांचे को आगे बढ़ाया है। इससे स्थानीय लोगों को भी काफी फायदा हुआ है।

इस मसले पर भाजपा सांसद सुब्रमण्‍यन स्‍वामी ने कहा है कि वह रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से बातचीत करेंगे। स्‍वामी ने ट्वीट करके कहा, 'लद्दाख और अरुणाचल में हमारे क्षेत्र में चीन के कब्जे को स्वीकार नहीं करना एक बड़ी भूल है। इन दोनों राज्यों से चुने गए भाजपा के सांसदों द्वारा सार्वजनिक रूप से इसकी पुष्टि की गई है। जब भी मौका आएगा मैं राजनाथ सिंह से पूछूंगा। विदेश मंत्रालय केवल इतना कहेगा कि हम तनाव घटाने के लिए वार्ता कर रहे हैं। इसका क्‍या मतलब है?'

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