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Kisan Andolan Chakka Jam के बाद Rakesh Tikait का अल्टीमेटम, 2 अक्टूबर तक कानूनों को वापस ले सरकार

By प्रतीक्षा कुकरेती | Published: February 6, 2021 07:39 PM2021-02-06T19:39:58+5:302021-02-06T19:40:16+5:30

कृषि कानूनों के विरोध में आज  किसान संगठनों ने राष्ट्रव्यापी चक्का जाम (Nationwide Chakka Jam) का आह्वान किया था। इसी बीच गाजीपुर बॉर्डर के मंच से भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने सरकार को अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि सरकार 2 अक्टूबर तक कृषि कानूनों (New Farm Laws) को वापस ले और न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर कानून बनाए नहीं तो आंदोलन जारी रहेगा. हम पूरे देश में यात्राएं करेंगे और पूरे देश में आंदोलन होगा। टिकैत ने कहा कि हमने कानूनों को निरस्त करने के लिए सरकार को 2 अक्टूबर तक का समय दिया है। इसके बाद हम आगे की प्लानिंग करेंगे। हम दबाव में सरकार के साथ चर्चा नहीं करेंगे। 

 

राकेश टिकैत ने कहा कि जब तक तीनों कानून की वापसी और एमएसपी को कानूनी दर्जा नहीं मिलता तब तक हम नहीं जाने वाले हैं. पूरे देश में गैर-राजनीतिक आंदोलन होगा. दिल्ली में एक-एक कील काट के जाएंगे. सरकार कानून वापस लें. ट्रैक्टर वालों को नोटिस देनी की हरकत बंद कर हो.

 

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार राकेश टिकैत ने आरोप लगाया कि सरकार किसानों को नोटिस भेजकर डरा रही है, लेकिन इससे किसान डरने वाले नहीं हैं। किसानों की डाली मिट्टी पर जवान का पहरा है। इससे व्यापारी हमारी जमीन पर बुरी नजर नहीं डालेगा। हमारा मंच और पंच एक ही है। सरकार वार्ता के लिए बुलाएगी तो हम तैयार हैं। टिकैत ने यह भी कहा कि सरकार को व्यापारियों से लगाव है, किसानों से नहीं।

 

आपको बता दें  केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों को लेकर किसानों का आंदोलन आज 73वें दिन है. । केन्द्र सरकार इन कानूनों को जहां कृषि क्षेत्र में बड़े सुधार के तौर पर पेश कर रही है, वहीं प्रदर्शन कर रहे किसानों ने आशंका जताई है कि नए कानूनों से एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) और मंडी व्यवस्था खत्म हो जाएगी और वे बड़े कॉरपोरेट पर निर्भर हो जाएंगे। 


देश के कई हिस्सों में किसानों ने प्रदर्शन किया और सड़क को रोका. दिल्ली में किसान संगठनों द्वारा बुलाए गए चक्का जाम को देखते हुए शहीदी पार्क के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई.कर्नाटक में किसान संगठनों द्वारा आज देशभर में दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक चक्का जाम के आह्वान पर किसानों ने मैसूर-बेंगलुरु हाइवे पर चक्का जाम किया. इसके अलावा किसानों ने बनकापुर टोल पर और टोल के पास नेशनल हाइवे पर चक्का जाम किया. पंजाब में भी किसान संगठनों ने दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक चक्का जाम के आह्वान पर किसानों ने अमृतसर-दिल्ली नेशनल हाईवे पर चक्का जाम किया.

 

इससे पहले राकेश टिकैत ने कहा कि आज चक्का जाम हर जगह शांतिपूर्ण ढंग से किया जा रहा है. अगर कोई भी अप्रिय घटना होती है तो दंड दिया जाएगा. वहीं कांग्रेस ने तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शनकारी किसानों के 'चक्का जाम' को समर्थन दिया. 

 

'सोशल मीडिया पर लोगों के एक तबके द्वारा एक अवॉर्ड को लेकर व्यक्त की गई भावनाओं की मैं सराहना करता हूं, लेकिन मैं बेहद नम्रता के साथ अपील करता हूं कि ऐसे अभियान बंद कर दिए जाएं. मैं भारतीय होने और भारत के सुख व समृद्धि में योगदान कर सकने पर खुद को भाग्यशाली मानता हूं. 

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