कोरोना और भूख के डर से पलायन कर रहे हज़ारों प्रवासी मज़दूरों की कहानी
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 28, 2020 04:40 PM2020-03-28T16:40:15+5:302020-03-28T17:26:52+5:30
कोरोना वायरस आपके सांस लेने के तंत्र पर हमला करता है लेकिन इसने रोज कमाने-खाने का जुगाड़ करने वाले लाखों लोगों के पेट पर भी हमला किया है. दिल्ली सहित देश भर में लाखों लोग रातों रात बेरोज़गार हो गये हैं. उनके पास कई लोगों की तरह महीनों का राशन जमा करने के साधन नहीं है. ये भी नहीं पता कि कब तक सब फिर पहले जैसा हो पाएगा. शहर में जान कोरोना लेगा या भूख ये तय करना मुश्किल हैं. इसी हताशा-खौफ में लाखों लोगों ने अपनी अपने गांवों की ओर लौटने का फैसला किया है. देश भर में लॉकडाउन हैं. खाली पेट लिया गया फैसला बहुत भारी था. ये प्रवासी कोसों दूर बस हौसले के दम पर पैदल ही निकल पड़े हैं. एक दिन जिंदा अपने घर पहुंचने की उम्मीद में. हांलाकि यूपी सरकार से इन प्रवासियों को अपने घरों तक पहुंचाने के लिए स्पेशल बसों का इंतजाम किया हैं. लेकिन सबकी किस्मत अच्छी नहीं है. यूपी की सीमा से सटे गाजीपुर में हजारों लोग अपनी बारी के इंतजार में अटके हुए हैं.