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कोरोना वायरस और सामाजिक दूरी वाले गोल घेरे की कहानी

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 25, 2020 08:57 PM2020-03-25T20:57:11+5:302020-03-25T20:57:11+5:30

स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के हिसाब से अब तक देश में कोरानवायरस से पीड़ित लोगों की संख्या 519 तक पहुंच गयी है और 9 लोग अपनी जान गवां चुके हैं. संभव है जब तक ये वीडियो आप देखे ये आंकड़ा बढ़ जाए.  इस समय देश भर घातक कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए हर तरफ सामाजिक दूरी यानि सोशल डिसटेसिंग की बात हो रही है. अब शायद यही आखिरी उपाय बचा हैं. कोरोना की कमर तोड़ने  के मकसद से महाराष्ट्र में जमीन पर रेखाएं बनाई जा रही हैं. ऐसा चीन के एक मॉल की तर्ज पर किया जा रहा है जहां पर मैनेजमेंट ने सामाजिक दूरी बनाने के लिए गोल घेरे बनाए गये हैं. जहां से ये बीमारी निकली बताई जा रही है वहीं चीन के वुहान शहर में 23 जनवरी से इस उपाय को आजमाया गया था और इसके बाद धीरे-धीरे चीन के दूसरे राज्यों में भी इसका चलन बढ़ा. अब भारत में जरूरी सामान और फल तथा सब्जियों की खरीद के लिए घरों से निकल रहे लोगों के लिए यह एक कारगर उपाय साबित हो रहा है. देश भर से इस गोल घेरे या लक्ष्मण रेखा वाली सोशल डिस्टेंसिंग की तस्वीरें आनी शुरू हो गयी है.  
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महाराष्ट्र के ही कोल्हापुर ज़िले के पुलाची शिरोली गांव ने मंगलवार शाम से ही सामाजिक दूरी का यह कदम उठाना शुरू कर दिया है.  पुलाची शिरोली गांव के रंजीत चौगुले ने बताया कि पहले जब उन्होंने चीन की तस्वीर देखी तो उन्हें यह अजीब लगा लेकिन बाद में अहसास हुआ कि यह एक उपयोगी विचार है. उन्होंने स्थानीय दुकानदारों को यह दिखाया जिन्होंने इस विचार को अपनाने का फैसला किया. पुलिस वाले भी कहते हैं कि पहले तो उन्हें पता नहीं था कि लोग इस पर कैसी प्रतिक्रिया देंगे लेकिन लगता है कि यह विचार अब काम आ रहा हैं. अब सामान खरीदने के दौरान लोग घबराते नहीं है. सरकार ने इस विचार को पूरे राज्य में लागू करना शुरू कर दिया है और सामाजिक दूरी के इस उपाय की तस्वीरें शेयर की जा रही हैं.   देश में कोविड-19 के सर्वाधिक मामले महाराष्ट्र में हैं
#socialdistancing  #COVID19.

मुबंई के अंधेरी में लोग राशन की दुकानों के बाहर इन गोल घेरों में खड़े होकर इसका पालन कर रहे हैं. दिल्ली के बंगाली मार्केट में देश भर में 21 दिनों तक चलने वाले लॉकडाउन के बीच दवाई खरीदने के लिए लोग गोल घेरों में तो नहीं खड़े थे लेकिन इस दौरान आपस में दूरी का ख्याल रखते दिखे. वहीं लखनऊ में सब्जी-फल की दुकानों पर खड़े लोग पुलिस के पहरे में गोल घेरे में खड़े दिखाई दिए.  आंध्रप्रदेश के विजयनगरम जिले में बोबिली सब्जी मंडी में सोशल डिस्टेंसिंग करकरार रखने के लिए लाइनें खींची गयी हैं जहां लोग खड़े होकर खरीददारी कर रहे हैं.  
#CoronavirusLockdown #21daylockdown

ये तो हो गयी गोल घेरे की बात और तस्वीरें, अब बात इस सोशल डिस्टेंसिंग के फायदे की . 23 मार्च को देश के प्रमुख स्वास्थ्य अनुसंधान संस्थान आईसीएमआर के अनुसार सामाजिक दूरी सोशल डिस्टेंसिंग बनाने के सुझाव का कड़ाई से पालन करने से कोरोना वायरस महामारी के कुल संभावित मामलों की संख्या 62 प्रतिशत तक कम हो जाएगी.  कोविड-19 के प्रसार की शुरूआती समझ के आधार पर भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद आईसीएमआर ने जो गणितीय मॉडल तैयार किया है, उसके मुताबिक कोरोना वायरस के संदिग्ध लक्षणों वाले यात्रियों की प्रवेश के समय स्क्रीनिंग से अन्य लोगों में वायरस के संक्रमण को एक से तीन सप्ताह तक टाला जा सकता है. आईसीएमआर ने कहा, ‘‘कोरोना वायरस के लक्षणों वाले और संदिग्ध मामलों वाले लोगों के घरों में एकांत में रहने जैसे सामाजिक दूरी बनाने के उपायों का कड़ाई से पालन करने से कुल संभावित मामलों की संख्या में 62 प्रतिशत की और सर्वाधिक मामलों की संख्या में 89 प्रतिशत की कमी आएगी और इस तरह से ग्राफ समतल हो जाएगा तथा रोकथाम के अधिक अवसर मिल सकेंगे. तो आपसे लोकमत न्यूज़ अनुरोध करता है कि इस लक्ष्मण रेखा को ना लांघे इमरजेंसी में ही घर से बाहर निकलें . सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखे. 

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