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इंडियन टॉयलेटः एक ऐतिहासिक कथा

By मेघना वर्मा | Published: November 19, 2018 05:34 PM2018-11-19T17:34:11+5:302018-11-19T17:34:11+5:30

कितनी शर्मिंदगी की बात है कि 21वीं सदी में इंसान की सबसे बेसिक जरूरत के प्रचार और प्रसार के लिए 2001 से हमें इस विश्व शौचालय दिवस को मनाना पड़ रहा है। वैसे इस दिन को मनाने का एजेंडा ये है कि 2030 तक दुनिया भर के सभी नागरिकों को शौचालय की ये सुविधा मुहैया कराई जा सके। आज जिस बेसिक सुविधा के लिए अक्षय कुमार को करोड़ों की फिल्म बनानी पड़ गई उस विषय पर भारत का इतिहास कुछ और ही बयां करता है। टॉयलेट शब्द फ्रेंच भाषा के टॉईलेटे (Toilette) शब्द से बना है। जिसका मतलब है कपड़ा या रैपर। बताया जाता है कि इस शब्द का इस्तेमाल एक ऐसे कपड़े के लिए किया जाता था, जिसे ऊपर से ओढ़ा जा सके मगर बाद में इसका इस्तेमाल शौचालय के लिए चलन में आ गया।

टॅग्स :टॉयलेट: एक प्रेम कथाToilet: Ek Prem Katha