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Shabnam Amroha Case :जेल की तस्वीर वायरल होने के बाद Shabnam को रामपुर से बरेली जेल में किया शिफ्ट!

By प्रतीक्षा कुकरेती | Published: March 2, 2021 03:57 PM2021-03-02T15:57:32+5:302021-03-02T15:58:00+5:30

 13 साल पहले उत्तर प्रदेश के अमरोहा में जिस वारदात को अंजाम दिया गया था आज वो हर जगह चर्चा में है. कारण है वारदात को अंजाम देने वाली खूनी   शबनम. वो शबनम जिसमें एक एक कर अपने परिवार वालों को बड़ी बेहरमी से मौत की नींद सुला दिया था और अब उसकी फांसी का इंतज़ार. 7 ह्त्याओं की आरोपी शबनम इस वक्त जेल में बंद है. मगर इस बीच रामपुर जिला से शबनम की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है जिसके बाद से प्रशासन में हड़कंप मच गया है.क्या है पूरा मामला चलिए आपको बताते हैं. 


 
इस वायरल पिक्चर में शबनम एक दूसरी महिला कैदी के साथ नज़र आ रही है. इस वायरल तासीर को लेकर कई सवाल उठ रहे है. सबसे बड़ा सवाल ये है की आखिरकार जेल के अंदर कैमरा कैसे पंहुचा ? दूसरा सवाल जेल के अंदर खुनी शबनम की पिक्चर किसने ली ? इसके अलावा ये भी सवाल उठता है की आखिरकार शबनम की पिक वायरल करने के पीछे मकसद ? क्या सुरक्षा में किसी भी तरह से चूक हुई है ?

 

इस सबकी करवाई भी की गई. जांच की गई तो यह फोटो रामपुर जिला कारागार का निकला, जिसमें एक महिला बंदी रक्षक और एक पुरुष बंदी रक्षक को निलंबित कर दिया गया. उन दोनों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं, तो वहीं जिलाधिकारी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए शबनम को रामपुर जेल से बरेली जिला कारागार में Transfer कर दिया है.

वही रिपोर्ट्स के मुताबिक़ इस मामले में एक न्यूज़ चैनल से बात करते हुए जेल अधीक्षक पीडी सलोनिया से बात की गई, तो उन्होंने बताया जिला कारागार रामपुर में शबनम और एक महिला बंदी की फोटो सोशल मीडिया के माध्यम से वायरल हुई. इस मामले की जांच की गई, तो इसमें एक महिला बंदी रक्षक एक पुरुष बंदी रक्षक दोषी पाए गए. इनके विरुद्ध मंडल कारागार मुरादाबाद को रिपोर्ट भेजी गई, वहां से निलंबन आदेश प्राप्त हो गया, जिसके बाद उनके खिलाफ कार्रवाई की गई. इस मामले की जांच मुरादाबाद जिला जेल के जेलर कर रहे हैं. 
 

आपको बता दें कि अपने माता-पिता समेत परिवार के सात लोगों की हत्या के आरोप में फांसी की सजा पाने वाली शबनम  का डेथ वारंट 23 फरवरी को जारी नहीं हो सका था. राज्यपाल को पुन: विचारण दया याचिका भेजे जाने के कारण डेथ वारंट जारी होने की प्रक्रिया रुक गई थी. वही  अमरोहा जिले के हसनपुर क्षेत्र के गांव बावनखेड़ी के शिक्षक शौकत अली की इकलौती बेटी शबनम पर 14/15 अप्रैल 2008 की रात को अपने ही परिवार के सात लोगों की जघन्य हत्या करने का आरोप है. जिसे लेकर जिला जज अमरोहा ने सजा-ए-मौत का निर्णय दिया था. इसी निर्णय को हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के अलावा यहां तक कि राष्ट्रपति भी दया याचिका को अस्वीकार कर चुके हैं। शबनम का 12 साल का एक बेटा ताज भी है. 

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