नवरात्रि विशेष: वैष्णो देवी से नहीं आया 'मां का बुलावा' तो दिल्ली के इन 4 मंदिरों में करें देवी के दर्शन
By मेघना वर्मा | Published: October 10, 2018 11:29 AM2018-10-10T11:29:37+5:302018-10-10T11:29:37+5:30
दिल्ली के ईस्ट में बना गुफा मंदिर की मान्यता भी काफी पुरानी है। इस मंदिर में मां चिंतापूर्णी, कात्यायनी, संतोषी मां, लक्ष्मी जी और ज्वाला जी की मूर्तियां स्थापित हैं।
हिन्दू धर्म का सबसे पवित्र नवरात्रि की शुरूआत आज यानी 10 अक्टूबर से हो गई है। इस महीने में लोग ना देवी मां की कृपा पाने के लिए उनकी पूजा और अर्चना करते हैं। कुछ लोग व्रत रखते हैं तो कुछ पूरे 9 दिन देवी मां के प्रसिद्ध मंदिर जाकर मत्था टेकते हैं। कुछ ऐसे भी हैं जो नवरात्रि में वैष्णों देवी या मां दुर्गां के बड़े धाम जाकर उनकी आराधना करते हैं। मगर आज के बिजी लाइफ स्टाइल के कारण लोगों को दूर मंदिर जाने का ना तो समय मिल पाता है और ना ही छुट्टी। बहुत कम लोग जानते हैं कि दिल्ली में भी देवी मां के 4 प्रसिद्ध मंदिर हैं। जहां मत्था टेकना ही सौभाग्य की बात होती हैं। आज हम आपको दिल्ली के ऐसे ही 4 मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जहां आप नवरात्रि के समय मां दुर्गा के दर्शन कर सकते हैं।
1. झंडेवाला मंदिर
दिल्ली के इस मंदिर के दर्शन के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। सेंट्रल दिल्ली में पड़ने वाले इस मंदिर की मान्यता अपने आप में बेहद खास है। जिस जगह पर यह मंदिर बनायी गई हैं प्राचीन समय में उस जगह पर अरावली की पर्वत श्रेणियां हुआ करती थीं। माना जाता है कि इस जगह की खूबसूरती को देखकर यहां लोग तपस्या करने आते थे। एक दिन एक व्यापारी जिसका नाम बद्रीदास था वो अपनी साधना में लीन था। इसी बीच उसे ये महसूस हुआ कि पहाड़ियों के बीच मंदिर मौजूद है। जब व्यापारी ने उस जगह की खुदाई शुरू की तो उसे झंडे लगे हुए मंदिर के अवशेष मिले बस इसी के बाद से इस मंदिर का नाम झंडेवालान मंदिर पड़ गया।
2. गुफा मंदिर
दिल्ली के ईस्ट में बना ये गुफा मंदिर की मान्यता भी काफी पुरानी है। इस मंदिर में मां चिंतापूर्णी, कात्यायनी, संतोषी मां, लक्ष्मी जी और ज्वाला जी की मूर्तियां स्थापित हैं। जहां नवरात्रि में जाकर आप देवी के रूपों का दर्शन कर सकते हैं। इस गुफा के मंदिर में गंगा जल की धारा भी बहती रहती हैं जिसके दर्शन करना सौभाग्य की बात होती है।
3. कालकाजी मंदिर
(फोटो- एक्पीडिया)
इस मंदिर को जयंती पीठ और मनोकामना सिद्ध पीठ भी कहा जाता है। कालका का दुर्गा का ही दूसरा नाम है। साउथ दिल्ली में स्थित इस मंदिर की प्राचीनती इसी बात से समझ आती है कि मान्यता है ये मंदिर अनादि काल से यहां है और मां काली ने असुरों का संहार करने के लिए यही अवतार लिया था। इस मंदिर के विषय में खास बात ये है कि इसमें 12 द्वार हैं जो 12 महीने का प्रतीक हैं। आप इस नवरात्रि मां काली की कृपा पाने यहां आ सकते हैं।
4. योगमाया मंदिर
इस मंदिर की प्राचीनता भी महाभारत काल के समय की बताई जाती है। मान्यता है कि इस मंदिर का निर्माण महाभारत युद्ध की समाप्ति के दौरान पाण्डवों ने श्रीकृष्ण की बहन योगमाया के लिए बनावाया था। दिल्ली के कुतुमबमीनार के पास स्थित इस मंदिर में हर साल नवरात्रि के दिन भक्तों की भीड़ उमड़ती हैं।