यूक्रेन सोवियत संघ के विघटन के बाद 1991 में रूस से अलग हुआ था। यूक्रेन के हालांकि बाद के वर्षों में NATO से जुड़ने की कोशिश से रूस असहमति दिखाता रहा है। रूस को लगता है कि यूक्रेन NATO से जुड़ने से उसकी सुरक्षा हमेशा खतरे में रहगी। रूस का मानना है कि अमेरिका सहित नाटो के अन्य सदस्य देशों की सेनाएं उसकी सीमा के बेहद करीब आ जाएंगी और वह एक तरह से चारों ओर से घिर जाएगा। इसी के खिलाफ रूस कदम उठाने की बात कर रहा है और यूक्रेन पर कार्रवाई की बात कर रहा है। Read More
Russia-Ukraine war: यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने कहा है कि यूक्रेनी सेना ने रूस के शहर सुदज़ा पर नियंत्रण कर लिया है। एक हफ़्ते पहले यूक्रेन की सेना ने रूस के कुर्स्क क्षेत्र में सीमा पार से घुसपैठ की थी। ...
Russia-Ukraine war: 7 अगस्त को कहा कि यूक्रेन ने आक्रमण के पहले दो दिनों में अपनी सबसे बड़ी बढ़त हासिल की। रूस को इस तरह की कार्रवाई की उम्मीद नहीं थी। हालांकि मामला सामने आने के बाद रूस ने तुरंत अपनी सैनिक टुकड़ियां इलाके में भेज दीं जिससे यूक्रेन ...
दूतावास ने यह भी स्पष्ट किया कि इस वर्ष अप्रैल से रूसी रक्षा मंत्रालय ने भारत सहित कई विदेशी देशों के नागरिकों को रूसी सशस्त्र बलों में सैन्य सेवा में प्रवेश देने पर रोक लगा दी है। ...
पिछले दो महीनों में रूस ने मोबाइल परमाणु मिसाइल लॉन्चर अभ्यास और सामरिक परमाणु हथियार तैनाती अभ्यास बढ़ा दिए हैं। इसके अतिरिक्त रूस ने बेलारूस के साथ सैन्य प्रशिक्षण तेज कर दिया है। ...
रवि मौन के भाई ने उनके बारे में जानकारी के लिए 21 जुलाई को दूतावास को पत्र लिखा था। दूतावास ने उन्हें जानकारी दी कि उनकी मौत हो गयी है। परिवार ने कहा कि दूतावास ने उनसे शव की पहचान के लिए डीएनए परीक्षण रिपोर्ट भेजने को भी कहा। ...
अमेरिका ने यूक्रेन को बड़े पैमाने पर सैन्य सहायता दी है। इसमें गोला बारूद, पैट्रियट मिसाइल डिफेंस सिस्टम से लेकर तोपखाना और टैंक तक शामिल हैं। अमेरिका की सबसे बड़ी चिंता पैट्रियट मिसाइल डिफेंस सिस्टम को लेकर है। ...
रिपोर्ट के मुताबिक पूरे यूक्रेन में लगभग 250 रक्षा स्टार्टअप गुप्त स्थानों पर रोबोट सैनिक बनाने में जुटे हैं। ये स्टार्टअप रूस की नजर में न आएं इसलिए इन्हें ऐसा बनाया गया है जिससे ये आम तौर पर ग्रामीण कार मरम्मत की दुकानों की तरह दिखती हैं। ...
पोलिश सरकार ने बताया कि दिन के समय रूस द्वारा किया गया यह दुर्लभ हमला ऐसे समय हुआ, जब राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की वाशिंगटन में नाटो शिखर सम्मेलन के लिए उड़ान भरने से पहले वारसॉ जाने वाले थे। ...