बीजेपी नेता डॉ. रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ भारत सरकार में शिक्षा मंत्री हैं। वे हरिद्वार से लोकसभा सांसद हैं। पौड़ी गढ़वाल के पिनानी गांव में जन्में रमेश पोखरियाल उत्तराखंड के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। वे यूपी की विधानसभा में लगातार तीन बार विधायक और दो बार कैबिनेट मंत्री भी रहे। Read More
इस किट में डाई यानि रंग का इस्तेमाल किया गया है। जिससे यह पूरी तरह मेड इन इंडिया है। आईसीएमआर से अप्रूव इस किट को आईआईटी दिल्ली ने ‘कोरोश्योर कोविड-19 डायग्नोस्टिक किट‘ नाम दिया है। ...
मानव संसाधन विकास (एचआरडी) मंत्रालय ने स्कूलों द्वारा संचालित ऑनलाइन कक्षाओं के दिशा-निर्देशों की घोषणा की, छात्रों के लिए इन कक्षाओं के लिए समय-सीमा की सिफारिश की। प्री-प्राइमरी छात्रों के लिए ऑनलाइन कक्षाएं 30 मिनट से अधिक नहीं होनी चाहिए। ...
बारहवीं के परिणाम में 92.15 फीसदी छात्राएं और 86.19 फीसदी छात्र उत्तीर्ण हुए हैं। लड़कों की तुलना में इस बार 5.96 फीसदी लड़कियां ज्यादा उत्तीर्ण हुई हैं यानि लड़कियों का प्रदर्शन हर साल की तरह इस बार भी लड़कों से अच्छा रहा है। ...
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने विश्वविद्यालयों की परीक्षाओं को छात्रों के भविष्य के लिए जरूरी बताया है। पोखरियाल ने ट्वीट कर कहा है कि विश्व स्तर पर विद्यार्थियों की शैक्षणिक विश्वसनीयता, करियर के अवसरों और भविष्य की प्रगति ...
दसवीं में 99.34 फीसदी और बारहवीं (आईएससी) में 96.84 फीसदी छात्र पास हुए हैं। काउंसिल सचिव गैरी अराथून ने लोकमत से विशेष बातचीत में कहा कि कोरोना महामारी के कारण बारहवीं में 8 विषय और दसवीं में 6 विषयों की परीक्षा नहीं हो सकी। ...
कोरोना वायरस संक्रमण के कारण पैदा हुए हालात के चलते सीबीएसई के पाठ्यक्रम को कम करने संबंधी विवाद पर केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने सफाई दी है। ...
पूर्व केंद्रीय मंत्री मंत्री शशि थरूर ने केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को ट्वीटर पर टैग करते हुए लिखा कि ‘मैं पहले मंत्री को सीबीएसई का सिलेबस घटाने के लिए बधाई देने वाला था। ...
जिन विषयों को हटाया गया है, 2021 बोर्ड परीक्षाओं में उनसे कोई प्रश्न नहीं पूछा जाएगा। स्कूली पाठ्यक्रम को युक्तिसंगत बनाने के कदम की अलग अलग ढंग से व्याख्या की जा रही है, यह कदम केवल 2020-2021 अकादमिक सत्र के लिए उठाया गया है। ...