एक कैलेंडर वर्ष खत्म होके जब दूसरा कैलेंडर वर्ष शुरू होता है तो उसे नया साल कहते हैं। दुनिया की हर सभ्यता में दिन-रात, महीने और साल की गणना के लिए किसी ने किसी कैलेंडर का अनुसरण किया जाता रहा है। आम तौर पर कैलेंडर की निर्धारण पृथ्वी की सूर्य के चारों तरफ परिक्रमा के समय या सूर्य या चंद्र की गति के अनुसार किया जाता है। भारत समेत पूरी दुनिया में इस समय सबसे अधिक देश ग्रेगैरियन कैलेंडर का पालन करते हैं। इस कैलेंडर में हर वर्ष एक जनवरी को नया साल शुरू होता है। ग्रेगैरियन कैलेंडर को पोप ग्रेगरी अष्टम ने अक्टूबर 1582 में प्रस्तुत किया था। इस कैलेंडर की खासियत थी कि इसमें लीप ईयर (29 दिन की फ़रवरी) की परिकल्पना प्रस्तुत की गयी थी। भारत सरकार भी ग्रेगैरियन कैलेंडर का अनुसरण करती है। भारत में सर्वाधिक प्रचलित विक्रम संवत और शक संवत रहे हैं। हालाँकि इनका प्रचलन अब केवल धार्मिक मामलों में होता है। Read More
Jio Happy New Year offer: जियो यूजर्स के लिए कंपनी ने '2020 हैपी न्यू ईयर ऑफर' लेकर आई है। Jio के खास 2020 हैपी न्यू ईयर ऑफर के तहत यूजर्स को 2020 रुपये में एक साल तक अनलिमिटेड सर्विसेज मिलेंगी। ...
Hindu Nav Varsh 2019: "परिधावी " नामक नव संवत्सर का आरम्भ 6 अप्रैल 2019 दिन शुक्रवार की दोपहर में 01 बजकर 36 मिनट के बाद ही हो रहा है तथापि सूर्य सिद्धान्त पर आधारित गणना के आधार पर उदया तिथि को ही नव संवत्सर की शुरुआत मानी जाती है, इसी कारण 6 अप्रैल ...
Gudi Padwa 2019: मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए गुड़ी पड़वा पूजन के साथ 11 कौड़ियों की भी पूजा करें। इन कौड़ियों को पीले रंग के कपडे में बांध कर अपनी तिजोरी में रख दें। ऐसा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होगी आपकी तिजोरी हमेशा पैसों से भरी रहेगी। ...