हिन्दू धर्म में भगवान विष्णु के 8वें अवतार श्रीकृष्ण के जन्मदिवस को 'जन्माष्टमी' के रूप में मनाया जाता है। भाद्रपद मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी की मध्यरात्रि को ही भगवान श्रीकृष्ण ने अत्याचारी कंस का विनाश करने के लिए मथुरा में जन्म लिया था। उनके आगमन दिवस की खुशी में ही हर साल इस तिथि को कृष्ण जन्माष्टमी के रूप में मनाया जाता है। Read More
Janmashtami 2019: वृंदावन और मथुरा की गलियां श्रीकृष्ण के बाल लीलाओं की कहानियों से अटा पड़ी हैं। वृंदावन में मौजूद निधिवन के बारे में तो कहा जाता है कि रोज रात में यहां श्रीकृष्ण आकर गोपियों संग रासलीला रचाते हैं। ...
Janmashtami 2019: मीराबाई का नाम भगवान श्रीकृष्ण के सबसे बड़े भक्तों में शामिल किया जाता है। कहते हैं एक बार बचपन में उनकी माता ने श्रीकृष्ण की मूर्ति उन्हें थमाकर ऐसे ही कह दिया कि ये तुम्हारे दूल्हा हैं। इस बात का मीरा बाई पर इतना असर पड़ा कि वे इस ...
Janmashtami 2019: हर साल भाद्रपद मास की अष्टमी तिथि को मनाये जाने वाले जन्माष्टमी के त्योहार के मौके पर इस बार बहुत ही खास संयोग बन रहे हैं। यह वैसा ही जो 5000 साल पहले द्वापरयुग में श्रीकृष्ण के जन्म के समय बने थे। ...
खांडवप्रस्थ का हिस्सा मिलने के बाद जब युधिष्ठिर ने एक यज्ञ का आयोजन किया। इसमें तमाम राजा-महाराजाओं को न्योता दिया गया। इसी यज्ञ को लेकर पांडव चर्चा कर रहे थे तो कौन क्या जिम्मेदारी संभालेगा। जब श्रीकृष्ण की बारी आई तो उन्होंने कुछ ऐसा कहा जिसे सुनकर ...
सूत्रों के अनुसार उत्तर प्रदेश के संस्कृति विभाग, राज्य पर्यटन विभाग और जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में मथुरा के महाविद्या देवी-रामलीला मैदान में 23 से 25 अगस्त तक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस कार्यक्रम में पार्श्व गायक शंकर महादेवन, भजन गाय ...
Dahi Handi 2019: दही हांडी का उत्सव हर साल जन्माष्टमी के अगले दिन मनाया जाता है। मान्यताओं के अनुसार भगवान कृष्ण का जन्म भाद्र मास की अष्टमी तिथि में आधी रात को हुआ था। इसी की खुशी में अगले दिन दही हांडी की परंपरा है। ...
मथुरा , 17 अगस्त: तीर्थ क्षेत्र ब्रज में इस वर्ष 23 एवं 24 अगस्त, दोनों दिन कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाएगी जबकि कृष्ण जन्मभूमि, द्वारिकाधीश एवं वृदांवन के रंगजी मंदिर सहित प्रमुख मंदिरों में जन्मोत्सव 24 अगस्त को मनाया जाएगा। उत्तर प्रदेश सरकार अयोध्या ...
मान्यता है कि भगवान कृष्ण का जन्म आधी रात को हुआ था। इसलिए इस दिन आधी रात को भगवान कृष्ण के जन्म के बाद पूजा की जाती है भक्तों में प्रसाद वितरण किया जाता है। यही नहीं, जन्माष्टमी व्रत को करने वाले साधक इस दिन अन्न ग्रहण नहीं करते हैं। ...