हिंदी भारत की राजभाषा है। यह दुनिया की सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषाओं में एक है। हिंदी भाषा-साहित्य का इतिहास करीब एक हजार साल पुराना है। हिंदी भारोपीय भाषा परिवार का सदस्य है। विद्वान मानते हैं कि इसका उद्भव प्राकृत के शौरसेनी अपभ्रंश से हुआ है। इसे हिंदवी, हिंदी, भाखा, रेख्ता, हिंदुस्तानी और उर्दू नाम से भी जाना जाता रहा है। हिंदी देवनागरी, कैथी, नस्तालिक और रोमन लिपियों में लिखी जाती है। Read More
रामविलास शर्मा को समग्रता में देखा नहीं गया इससे उनके बारे में भ्रांति अधिक फैलाई गई और ऐसी छवि बनाई गई मानों वे ब्राह्मणवादी थे। उनका पाठ से अधिक कुपाठ किया गया। ...
हिंदी को भारत माँ की बिंदी के रूप में परिभाषित किया जाता है। हिंदी भाषा न सिर्फ हिंदुस्तान की पहचान है बल्कि यह हमारे जीवन मूल्यों, संस्कृति और संस्कारों की सच्ची संवाहक है। हिंदी के बिना हिंदुस्तान की कल्पना ही नहीं की जा सकती। यह दुनिया की तीसरी स ...
बाजार जहां हिंदी और भारतीय भाषाओं में विस्तार पा रहा है वहीं शिक्षा में भारतीय भाषाएं सिकुड़ती जा रही हैं. अब माध्यमिक और प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र में भी हिंदी एवं अन्य भारतीय भाषाएं उपेक्षणीय हो गई हैं. ...
प्रेमचंद का जन्म 31 जुलाई 1880 को वाराणसी के लमही गाँव में हुआ था। एक दर्जन से ज्यादा उपन्यास और तीन सौ से ज्यादा कहानियाँ लिखने वाले प्रेमचंद को कथा सम्राट माना जाता है। प्रेमचंद का निधन अक्टूबर 1936 में हुआ। आज प्रेमचंद जयंती पर रंगनाथ सिंह बता रहे ...
किताबी कीड़ा के नए एपिसोड में आज हम मुलाकात करेंगे Skill It, Kill It: Up Your Game के लेखक Ronnie Screwvala से। किताब का हिन्दी अनुवाद 'आपकी स्किल आपकी उड़ान' से शीर्षक से हिन्द पॉकेट बुक्स (Penguin Random House Imprint) से प्रकाशित हुई है जिसका अनुव ...
आज प्रसिद्ध विद्वान एवं हिन्दी लेखक नामवर सिंह की जयंती है। नामवर का जन्म 28 जुलाई 1926 को चंदौली जिले (तब वाराणसी) के जीयनपुर गाँव में हुआ था। उनका निधन 19 फरवरी 2019 को नई दिल्ली स्थित उनके आवास पर हुए। नामवर सिंह के जन्मदिन पर पढ़ें उनसे जुड़ा एक ...
कृष्णा सोबती का जन्म अविभाजित भारत के गुजरात में 18 फरवरी 1925 को हुआ था। अपने लेखने के लिए साहित्य के सभी प्रमुख पुरस्कारों से सम्मानित सोबती का निधन 25 जनवरी 2019 को हुआ। ...