हिंदी भारत की राजभाषा है। यह दुनिया की सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषाओं में एक है। हिंदी भाषा-साहित्य का इतिहास करीब एक हजार साल पुराना है। हिंदी भारोपीय भाषा परिवार का सदस्य है। विद्वान मानते हैं कि इसका उद्भव प्राकृत के शौरसेनी अपभ्रंश से हुआ है। इसे हिंदवी, हिंदी, भाखा, रेख्ता, हिंदुस्तानी और उर्दू नाम से भी जाना जाता रहा है। हिंदी देवनागरी, कैथी, नस्तालिक और रोमन लिपियों में लिखी जाती है। Read More
बुकर पुरस्कार से सम्मानित उपन्यास 'रेत समाधी' के खिलाफ उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक शिकायत दर्ज कराई है, जिसके अनुसार लेखिका गीतांजलि श्री ने उपन्यास में हिंदू देवी-देवताओं शिव और पार्वती के बारे में 'आपत्तिजनक टिप्पणियां' की हैं। ...
प्रख्यात साहित्यकार व समालोचक डॉ.पीएन सिंह का निधन 80 साल की उम्र में रविवार शाम हो गया। पीएन सिंह को शनिवार रात तबीयत ज्यादा खराब होने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। ...
उत्तर प्रदेश के मैनपुरी से ताल्लुक रखने वाली गीतांजलि श्री पिछले तीन दशक से लेखन की दुनिया में सक्रिय हैं। श्री की तीन उपन्यास समते कई कथा संग्रह प्रकाशित हो चुकी हैं। ...
प्रोफेसर मन्नार वेंकटेश अंग्रेजी और विदेशी भाषा विश्वविद्यालय (इफ्लू), हैदराबाद के हिन्दी के पूर्व अध्यक्ष और उस्मानिया विश्वविद्यालय के पूर्व परीक्षा नियंत्रक थे। हिंदी कथा साहित्य के स्कॉलर होने के साथ ही वह भारतीय और विश्व सिनेमा के बारे में गहरी ...
हिंदी साहित्य के प्रतिष्ठित ‘जे. सी. जोशी स्मृति शब्द साधक’ सम्मानों की घोषणा कर दी गई है। वर्ष 2020 का ‘शब्द साधक जीवन मानक सम्मान’ संजना तिवारी को दिया जा रहा है। ...
साहित्य अकादमी के कार्यक्रम में भारत में स्पेन की चार्ज डी अफेयर्स सुश्री मॉन्सेरान पविल्लीयो ने अनुवाद पुरस्कार की घोषणा की। जिसका नाम 'द टैगोर-जेनोविया हुआन रेमॉन खीमेनेज ट्रांसलेशन अवॉर्ड रखा गया है, जो हर 2 साल में केवल भारतीय नागरिकों को दिया जा ...
बीएन पाण्डेय इलाहाबाद विश्वविद्यालय में इतिहास के प्रोफेसर, राज्यसभा सासंद और राज्यपाल रहे थे। नीचे दिया गया बाबर का वसीयतनामा बीएन पाण्डेय द्वारा सम्पादित हिन्दी पुस्तक 'भारतीय संस्कृति- मुगल विरासत: औरंगजेब के फरमान' से साभार प्रस्तुत किया जा रहा ह ...