यदि आप रोज 4 घंटे से कम बैठे रहते हैं तो ये कम जोखिम की श्रेणी में आता है। प्रतिदिन 4-8 घंटे बैठे रहना मध्यम जोखिम की श्रेणी में और प्रति दिन 8-11 घंटे बैठे रहना उच्च जोखिम की श्रेणी में आता है। प्रति दिन 11 घंटे से अधिक बैठे रहना आपके शारीरिक और मान ...
'जन्म एवं मृत्यु पंजीकरण की वार्षिक रिपोर्ट 2022' के मुताबिक, दिल्ली के शहरी इलाकों में स्थित सरकारी अस्पतालों में कुल 1,65,826 बच्चों का जन्म हुआ, जिनमें से 44,040 बच्चे सिजेरियन से जन्मे। वहीं निजी अस्पतालों में कुल 87,629 बच्चों का जन्म हुआ, जिनमे ...
आयुर्वेदिक औषधियों से तैयार दवा नीरी केएफटी और आयुर्वेदिक औषधि ‘कबाब चीनी’ उन मरीजों के गुर्दों की कार्यक्षमता में सुधार लाने में प्रभावी हो सकती है जो गुर्दे के रोगों से जूझ रहे हैं। राष्ट्रीय यूनानी चिकित्सा संस्थान के एक नवीनतम अध्ययन में यह दावा ...
Ayurvedic Remedies For Asthma: अस्थमा सांस से जुड़ी एक ऐसी बीमारी है, जो बढ़ते प्रदूषण और खानपान की अनियमितताओं के कारण विकराल रूप ले लेती जा रही है। भारत में लगातार अस्थाम रोगियों की संख्या बढ़ती जा रही है। ...
इंदौर के स्वास्थ्य अधिकारियों की मानें तो 90 से ज्यादा नवजात शिशु का जन्म सरकारी अस्पताल मे हुआ, जबकि 50 से 60 डिलेवरी निजी अस्पताल में हुई। बीतें कई दिनों से अस्पताल आईं गर्भवती महिलाओं ने डॉक्टरों से सोमवार को उनकी डिलीवरी की योजना बनाने का अनुरोध ...
नीति आयोग के परिचर्चा पत्र के अनुसार, देश में बहुआयामी गरीबी 2013-14 में 29.17 प्रतिशत थी जो 2022-23 में घटकर 11.28 प्रतिशत रही। इसके साथ इस अवधि के दौरान 24.82 करोड़ लोग इस श्रेणी से बाहर आये हैं। ...
आईसीयू को लेकर नए सरकारी दिशानिर्देशों का निश्चित रूप से स्वागत किया जाना चाहिए लेकिन साथ ही एक ऐसी मशीनरी भी होनी चाहिए जो इन दिशा-निर्देशों का असरदार ढंग से क्रियान्वयन सुनिश्चित करवा सके। ...
केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को हालिया फैसले का पालन करने और राष्ट्रीय रक्त आधान परिषद (एनबीटीसी) द्वारा प्रदान किए गए अद्यतन दिशानिर्देशों का पालन करने का निर्देश दिया है। ...