भक्तों के संकट हरने वाले अष्टसिद्धियों के दाता हनुमान जी अपनी शरण में आए सभी लोगों का दुख दूर करते हैं। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार बजरंगबली का जन्म चैत्र पूर्णिमा के दिन चित्रा नक्षत्र व मेष लग्न के योग में हुआ था। हर साल इस दिन को हिंदू धर्म को मानने वाले लोग हनुमान जयंती के रूप में मनाते हैं। Read More
आज मंगलवार का दिन है। ऐसे में हनुमान जी की पूजा से विशेष लाभ मिलता है। ऐसी मान्यता है कि जो कोई भी हनुमान जी की पूजा पूरी निष्ठा से करता है, उसकी परेशानियां जल्द खत्म होती है। ...
जन्म के समय हनुमान का नाम 'मारुति' रखा गया था। हनुमान बेहद नटखट थे। हनुमान के बचपन से जुड़ी कई बातें 'ब्रह्मांडपुराण' में मिलती हैं। इसके अनुसार भगवान हनुमान के पांच भाई थे। ...
इसमें हनुमान जी के जीवन का सार छुपा है जिसे पढ़ने से जीवन में प्रेरणा मिलती है। कहते है हनुमान चालीसा को डर, भय, संकट या विपत्ति आने पर पढ़ने से सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। अगर किसी व्यक्ति पर किसी तरह का संकट छाया है तो उस व्यक्ति को हनुमान अमृतवाणी ...
गोस्वामी तुलसीदास जी हनुमान चालीसा के रचियता हैं, वे भी बहुत बड़े रामभक्त थे। वे श्रीराम से मिलना चाहते थे। उन्हें यह मालूम हो गया था कि हनुमान ही उन्हें राम जी से मिलवा सकते हैं। इसलिए उन्होंने हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए हनुमान चालीसा की रचना क ...
एक पौराणिक कथा के अनुसार हनुमान जी का सिन्दूर से संबंध माता सीता की वजह से है। पुराणों में वर्णित इस कथा को आधार मानते हुए ही हनुमान पूजा के दौरान सिन्दूर चढ़ाने का रिवाज है। ...
हनुमान जी का जन्म वानर राजा केसरी की पत्नी अंजना के गर्भ से हुआ था। हनुमान जी को भगवान शिव का रूद्र अवतार माना जाता है। हनुमान जी की पूजा कलयुग में सबसे ज्यादा की जाती है। ...