हिन्दू पंचांग के अनुसार एक साल में कुल 24 एकादशियां पड़ती हैं। सभी एकादशियों में भगवान विष्णु की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। इसमें सबसे महत्वपूर्ण निर्जला एकादशी का व्रत है। इसके करने से सभी एकादशियों का फल साधक को मिलता है। ऐसी भी मान्यता है कि निर्जला एकादशी को महाभारत काल में पांडु पुत्र भीम ने किया था। इसलिए इसे भीम एकादशी भी कहते हैं। Read More
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, सावन पुत्रदा एकादशी व्रत करने से निःसंतान दंपति को संतान प्राप्ति का आशीर्वाद प्राप्त होता है। यह व्रत सोमवार को 8 अगस्त को रखा जाएगा। ...
सावन पुत्रदा एकादशी पर पद्म योग और रवि योग का शुभ संयोग भी बन रहा है। ऐसे अद्भुत योग के दौरान यदि पूरे विधि विधान से भगवान विष्णु की पूजा की जाती है तो पुण्य लाभ कई गुना अधिक हो जा रहा है। ...
कामिका एकादशी व्रत रख रखने से व्रती को समस्त प्रकार के पापों से छुटकारा मिल जाता है। शास्त्रों के अनुसार, एकादशी व्रत भगवान विष्णु जी को समर्पित है। इसलिए इस दिन भगवान विष्णु जी की मंत्रोच्चारण के साथ पूजा की जाती है। ...
कामिका एकादशी व्रत 24 जुलाई को रखा जाएगा। धार्मिक मान्यता के अनुसार, कामिका एकादशी व्रत रख रखने से व्रती को समस्त प्रकार के पापों से छुटकारा मिल जाता है। ...
धार्मिक दृष्टि से यह एकादशी तिथि बेहद महत्वपूर्ण मानी जाती है। इसी दिन से ही चतुर्मास प्रारंभ हो जाते हैं और चतुर्मास की अवधि में मांगलिक कार्य वर्जित होते हैं। ...
धार्मिक ग्रंथों एवं शास्त्रों में चतुर्मास के लिए कुछ नियम बताए गए हैं, जिनका पालन करने से न केवल आध्यात्मिक सुख पाया जा सकता है। बल्कि सेहत के लिहाज से भी ये नियम जरूरी है। ...