दुर्गा पूजा जिसे दुर्गोत्सव या "दुर्गा का उत्सव" के नाम से भी जाना जाता है। शरदोत्सव दक्षिण एशिया में मनाया जाने वाला एक वार्षिक हिन्दू पर्व है जिसमें हिन्दू देवी दुर्गा की पूजा की जाती है। इसमें छः दिनों को महालय, षष्ठी, महा सप्तमी, महा अष्टमी, महा नवमी और विजयदशमी के रूप में मनाया जाता है। दुर्गा पूजा को मनाये जाने की तिथियाँ पारम्परिक हिन्दू पंचांग के अनुसार आता है। दुर्गा पूजा का पर्व हिन्दू देवी दुर्गा की बुराई के प्रतीक राक्षस महिषासुर पर विजय के रूप में मनाया जाता है। अतः दुर्गा पूजा का पर्व बुराई पर भलाई की विजय के रूप में भी माना जाता है। Read More
पश्चिम बंगाल में एनआरसी लागू होने के डर के बीच कोलकाता नगर निगम मुख्यालय, बीडीओ दफ्तर और दूसरे सरकारी कार्यालयों के सामने लोगों की लम्बी कतारें देखी जा रही हैं। ये सभी लोग अपने जमीन के कागजात और दूसरे जरूरी दस्तावेज पाने के लिए अपनी बारी का इंतजार कर ...
मां दुर्गा के कई रूपों को आपने देखा होगा लेकिन 50 किलो सोने से बनी मां दुर्गा की प्रतिमा शायद ही देखी होगी। हम जिस प्रतिमा की बात कर रहे हैं यह कोलकाता में ही बनाकर यहां स्थापित की गई है। इस प्रतिमा की कीमत जानकर तो आपके होश ही उड़ जाएंगे। इस मूर्ति ...
इससे पहले कोलकाता में साल 2017 में, पूजा के आयोजकों ने मां दुर्गा को सोने की साड़ी में लपेटा था तो वहीं 2018 में उन्हें चांदी के रथ पर सवार किया था। ...
Shardiya Navratri Special: मंदिर में 551 देवी-देवताओं की मूर्तियों को बंगाली मूर्तिकारों ने बनाया था। मंदिर के संस्थापक का ऐसा दावा है कि मंदिर में विशेष एक हजार हाथ वाली महिषासुर मर्दनी विराजमान हैं, जो देशभर में कहीं और नहीं हैं। ...
नवरात्रि का पावन पर्व चल रहा है और जैसा कि सभी लोग जानते हैं कि हर नवरात्रि पर सप्तमी तिथि से कन्या पूजन शुरू हो जाता है। इस दौरान नौ कन्याओं को घर बुलाकर उन्हें भोज कराया जाता है साथ ही उनकी पूजा भी की जाती है। ऐसा इसलिए किया जाता है कि क्योंकि ...
हिंदू धर्म में ऐसी मान्यता है कि जौ ब्रह्मा का रूप होता है। आदिकाल से पूजा-पाठ में हवन के दौरान जौ को आहुति देने की परंपरा चली आ रही है। जो लोग जौ का सम्मान करते हैं तो माना जाता है कि इससे भगवान ब्रह्मा का सम्मान होता है। ...
पश्चिम बंगाल समेत कई राज्यों में दुर्गा पूजा का त्योहार बड़े धूम धाम से मनाया जाता है माना गया है. इस महापर्व के लिए महीने भर पहले से ही तैयारियां शुरू हो जाती हैं. पंडाल में दुर्गा मां की प्रतिमा लगाकर कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. इस साल दुर्ग ...